कठिन परिस्थितियों में मार्गदर्शन देने वाला प्रकाशस्तंभ है संविधान: जस्टिस एन काेटेश्वर सिंह
इंफाल। मणिपुर हाई कोर्ट की 12वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में जस्टिस बीआर गवई के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के एक प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया। यहां जस्टिस गवई ने मणिपुर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सचिवालय सहित कई न्यायिक भवनों और परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
समारोह को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह ने कहा कि राज्य की चुनौतियों का समाधान संविधान के दायरे में रहकर ही संभव है। उन्होंने संविधान को कठिन परिस्थितियों में मार्गदर्शन देने वाला प्रकाशस्तंभ बताया। प्रतिनिधिमंडल ने चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों का दौरा किया। जस्टिस सिंह ने चुराचांदपुर की समृद्ध परंपराओं और जीवंत समुदाय की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र ने मणिपुर हाई कोर्ट को दो प्रतिष्ठित न्यायाधीश दिए हैं, जो इसकी न्यायिक योगदान की महत्ता को दर्शाता है। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि वे देश को सशक्त बनाने में अपना योगदान दें और किसी भी ऐसे कार्य से बचें, जिससे देश कमजोर हो। कानूनी समुदाय को उन्होंने आश्वासन दिया कि कड़ी मेहनत और ईमानदारी का हमेशा सम्मान किया जाता है, चाहे स्थान कितना भी दूरदराज क्यों न हो।
अपने दौरे के दौरान सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने राहत शिविरों में विस्थापित लोगों से भी मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने चुराचांदपुर जिले के लाम्का स्थित मिनी सचिवालय से वर्चुअल रूप से एक विधिक सेवा शिविर, एक चिकित्सा शिविर और एक विधिक सहायता क्लीनिक का उद्घाटन भी किया।