रांची। झारखंड एटीएस ने एक बड़े आतंकी संगठन के झारखंड विंग का खुलासा करते हुए चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। सभी गिरफ्तार संदिग्ध प्रतिबंधित आतंकी संगठन ‘हिज्ब उत तहरीर’ से जुड़े हुए हैं, सभी की गिरफ्तारी धनबाद के वासेपुर से की गई है।
प्रतिबंध लगने के बाद पहला माड्यूल आया सामने
झारखंड में प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर के झारखंड मॉड्यूल का खुलासा किया गया है। झारखंड एटीएस की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर धनबाद जिले में छापेमारी कर इस मॉड्यूल का खुलासा किया है। झारखंड एटीएस की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया है कि HUT (HIZB UT-TAHRIR) यानी हिज्ब उत तहरीर को विधि-विरूद्ध क्रिया कलाप निवारण (UAPA) अधिनियम-1967 के तहत दिनांक-10. 10. 2024 को भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। इस संगठन के प्रतिबंधित होने के पश्चात यह देश का पहला आपराधिक कांड है।
झारखंड एटीएस के द्वारा दी गई जानकारी में यह बताया गया है कि झारखंड एटीएस को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि हिज्ब उत तहरीर HUT (HIZB UT-TAHRIR), अलकायदा AQIS (Al-Qaeda in Indian Subcontinent), आईएसआईएस (ISIS) और कुछ अन्य प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से जुड़े कुछ व्यक्ति राज्य के अन्य युवकों को अपने नेटवर्क से जोड़कर सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के द्वारा गुमराह कर रहे हैं, साथ ही साथ धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देते हुए राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।
इसी सूचना के आधार पर यह बात भी प्रकाश में आयी कि इन संगठनों से संबंधित व्यक्तियों के द्वारा धनबाद जिला में अवैध आर्म्स के व्यापार के साथ साथ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए एक महिला समेत चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।
कौन कौन हुआ गिरफ्तार
1। गुलफाम हसन उम्र, करीब 21 वर्ष, पे0-फैयाज हुसैन, सा०-अलीनगर थाना-बैंकमोड़ जिला-धनबाद
2। आयान जावेद, उम्र करीब 21 वर्ष, पे०-जावेद आलम, सा०-अमन सोसाईटी थाना-भूली ओ०पी० जिला-धनबाद
3। मो० शहजाद आलम, उम्र करीब 20 वर्ष, पे०-मो० मिनहाज आलम, सा०-अमन सोसाईटी गेट नं0-04 नियर भूली बाईपास ओ०पी०-भूली थाना-बैंक मोड़ जिला-धनबाद
4। शबनम परवीन, उम्र करीब 20 वर्ष, पति-आयान जावेद, सा०-शमशेर नगर गली नं0-03 थाना-बैंकमोड़, ओ०पी०-भूली जिला-धनबाद
हथियार सहित कई डिजिटल एविडेंस मिले
गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों के पास से दो पिस्टल, 12 कारतूस, कई इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, लेपटॉप के साथ साथ भारी मात्रा में प्रतिबंधित संगठनों से संबंधित दस्तावेज और पुस्तक बरामद किए गए हैं। इस संबंध में एटीएस, रांची में आपराधिक कांड दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
हिज्ब उत तहरीर का गठन हुआ था यरुशलम में
आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर का गठन 1953 में यरुशलम में हुआ था। आतंकी संगठन का मकसद विश्व में खलीफा यानी इस्लामिक स्टेट की स्थापना करना है।
साल 2010 में भारत सरकार ने इस्लामी कट्टर पंथी समूह हिज्ब उत तहरीर पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इस संगठन का मुख्य काम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें विभिन्न आतंकी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का होता है। आतंकी संगठन आतंकी गतिविधियों के माध्यम से लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारों को उखाड़ कर भारत सहित दुनिया भर में इस्लामी राष्ट्र और खिलाफत स्थापित करने के लिए काम करता है।