रांची। रिम्स के निदेशक डॉ राजकुमार दूसरी पारी में शुरू दिन से ही एक्शन में हैं। कार्यभार संभालते ही सबसे पहले उन्होंने शासी परिषद में लिए गए निर्णय को पलट दिया। डॉ। राजकुमार ने सबसे पहले एमआरआई मशीन की खरीद से जुड़े मामले में स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी द्वारा जीबी बैठक में लिए गए निर्णय को पलट दिया।
उन्होंने टेंडर प्रक्रिया में चयनित एजेंसी को लेटर ऑफ क्रेडिट जारी करने का आदेश दे दिया। डॉ। राजकुमार ने स्पष्ट किया कि मशीन की खरीद की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी और संबंधित एजेंसी से समझौता पहले ही हो चुका था।
रिम्स परिसर में आम जनता की सुविधा के लिए गेट खोला गया
डॉ। राजकुमार ने रिम्स परिसर में आम जनता की सुविधा के लिए एसबीआई के सामने बने बंद गेट को खोलने का निर्देश दिया। गंभीर मरीजों को ले जाने वाले एंबुलेंस को लंबी दूरी न तय करनी पड़े, इसके लिए दुर्गा मंदिर के सामने मुख्य द्वार को पूरी तरह तोड़ने और नया गेट बनने तक एसबीआई के पास वाले गेट को खुला रखने का आदेश दिया गया। शाम चार बजे यह गेट खोल दिया गया।
डॉक्टरों के प्रमोशन में बड़ा कदम
डॉ। राजकुमार ने डॉक्टरों के हित में भी बड़ा कदम उठाया। 2024 में जिन 100 से अधिक डॉक्टरों के प्रमोशन इंटरव्यू हुए थे, उनकी सूची लंबे समय से लंबित थी। मंगलवार को डॉ। राजकुमार ने संबंधित फाइल मंगाई, जरूरी त्रुटियां सुधारवाकर 87 डॉक्टरों की प्रमोशन सूची जारी कर दी।