वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने देश में सक्रिय एंटी-फासिस्ट समूह ‘एंटीफा’ को प्रमुख आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है। ट्रंप ने इस घोषणा को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल के माध्यम से सार्वजनिक किया। उन्होंने एंटीफा को “बीमार, खतरनाक और कट्टरपंथी वामपंथी आपदा” बताते हुए इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
ट्रंप ने कहा, “एंटीफा विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि अपराध है। वे पेशेवर आंदोलनकारी हैं और उन्हें जेल में डाला जाना चाहिए।” उन्होंने एंटीफा को अमेरिकी समाज के लिए विध्वंसकारी बताते हुए इसे देश की एकता और सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया।
ट्रंप ने एंटीफा के समर्थकों और फंडिंग करने वालों पर भी कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने यह बयान हाल ही में टर्निंग पॉइंट यूएसए के संस्थापक चार्ली किर्क के कथित हत्यारे टायलर रॉबिन्सन को लेकर उठी बहस के संदर्भ में दिया। संदिग्ध के पास से मिली गोलियों के खोखों पर “अरे फासीवादी! पकड़ो!” और “बेला सियाओ” जैसे वाक्य लिखे पाए गए, जो वामपंथी विचारधारा और विरोध गीतों से जुड़े हैं।
गौरतलब है कि ट्रंप पहले भी मई 2020 में एंटीफा को आतंकी संगठन घोषित करने की मंशा जता चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने इसे औपचारिक रूप से घोषित किया है।
सामरिक एवं अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र (CSIS) के अनुसार, एंटीफा एक ढीला-ढाला उग्रवादी वामपंथी नेटवर्क है, जो फासीवाद, नस्लवाद और दक्षिणपंथी विचारधाराओं का विरोध करता है। इसके सदस्य आमतौर पर काले कपड़े, मास्क और अराजकतावादी प्रतीकों के साथ विरोध प्रदर्शन करते हैं। वे सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स के जरिए संवाद करते हैं।
व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने भी हाल ही में कहा था कि वामपंथी हिंसक गतिविधियों को लेकर कार्रवाई जरूरी है।