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    Home»Top Story»रिम्स के डॉक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस की इजाजत नहीं
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    रिम्स के डॉक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस की इजाजत नहीं

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskJuly 27, 2018Updated:July 27, 2018No Comments3 Mins Read
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    चिकित्सक का काम केवल मरीजों की सेवा करना है : सीएम
    रिम्स में नवनिर्मित पेइंग वार्ड का सीएम ने किया उद्घाटन, कहा
    रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि रिम्स राज्य की शान है। इसकी पहचान राष्ट्रीय पटल पर बनानी है। इसमें सभी लोगों का सहयोग जरूरी है। रिम्स में कर्तव्य में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। अस्पताल में हड़ताल नहीं की जानी चाहिए। रिम्स में अब हड़ताल और गुंडागर्दी नहीं चलेगी। चाहे डॉक्टर हो या कोई कर्मचारी। किसी प्रकार की समस्या हो, तो निदेशक के पास बात रखें। चिकित्सक का काम केवल मरीजों की सेवा करना है। प्रबंधन का काम देखने के लिए अपर निदेशक की नियुक्ति की गयी है। साफ-सफाई, मरीजों के लिए खाना आदि की व्यवस्था देखना प्रबंधन का काम है। उक्त बातें उन्होंने रिम्स में नवनिर्मित पेइंग वार्ड के उद्घाटन और खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने के बाद कहीं। मुख्यमंत्री जैसे ही रिम्स के सुपर स्पेशलिटी कैंपस पहुंचे, महिलाओं ने झारखंडी गीत गाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने फीता काट कर 100 बेड के पेइंग वार्ड का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने पेइंग वार्ड का जायजा लिया।
    प्राइवेट प्रैक्टिस की इजाजत नहीं, हो रही जांच: मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पताल द्वारा बनाये गये नियमों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। रिम्स के किसी भी डॉक्टर को अलग से क्लिनिक में मरीज देखने की इजाजत नहीं मिलेगी। सरकार इसकी जांच करा रही है कि कौन-कौन चिकित्सक बाहर भी क्लिनिक में मरीज देखते हैं। निजी प्रैक्टिस करनी हो, तो नौकरी छोड़ दें। यहां परिसर में चल रहे जांच केंद्रों को भी बंद कराया जायेगा। सरकार ने रिम्स के चिकित्सकों की मांग पर प्रमोशन दिया और तनख्वाह भी बढ़ा दी है और तनख्वाह बढ़ा देगी, लेकिन बाहर काम करने की इजाजत नहीं मिलेगी। एक-दो लोगों के कारण पूरे अस्पताल की बदनामी नहीं होनी चाहिए। पिछले दिनों रिम्स में जो घटना घटी, वह दुखद है। इससे राज्य की छवि खराब होती है।
    कार्यक्रम में ये थे मौजूद : कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, विधायक जीतूचरण राम, स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे, भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार, अभियान निदेशक कृपानंद झा, अपर निदेशक हर्ष मंगला, अभियान के ब्रांड अंबेसडर सौरभ तिवारी समेत बड़ी संख्या में गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

    पेइंग वार्ड में ये सुविधाएं मिलेंगी
    पेइंग वार्ड से लोगों को 1000 रुपये में सारी अत्याधुनिक सुविधाएं मिल सकेंगी। यहां मरीजों को बड़े अस्पतालों जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं दी जायेंगी। इस वार्ड में टीवी, फ्रिज, एसी, बाथरूम में गीजर और अन्य तरह की सुविधाएं मरीजों और उनके परिजनों को दी जायेंगी। हर फ्लोर पर 24 घंटे चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों की तैनाती रहेगी। इन तमाम सुविधाओं के लिए एक हजार रुपया चार्ज लिया जायेगा। इसमें डॉक्टर विजीट चार्ज, नर्स की सेवा और खाने का चार्ज भी शामिल होगा।
    स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम हुए
    मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पिछले चार सालों में राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम हुए हैं। आजादी के 67 साल के बाद भी हमारे यहां तीन ही मेडिकल कॉलेज थे। पिछले चार साल में तीन नये मेडिकल कॉलेज बनाने का काम शुरू किया गया। अगले साल से इनमें सत्र शुरू हो जायेगा। इसी तरह हमारे यहां 300 बच्चे ही एमबीबीएस की पढ़ाई कर पा रहे थे, जो संख्या अब बढ़ कर 600 बच्चों की हो गयी है। खसरा-रूबेला टीकाकरण की शुरुआत कर झारखंड देश के प्रमुख राज्यों में शामिल हो गया है। राज्य में टीकाकरण कवरेज केवल 8.8 प्रतिशत था, आज 90 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है।

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