नई दिल्ली । बारिश से भले ही लोगों को गर्मी से राहत मिली हो, लेकिन इसका ‘आफ्टर इफेक्ट’ काफी दिक्कतों से भरा रहा। बारिश का सबसे ज्यादा असर गाजियाबाद में दिखा, जहां बारिश के दौरान हुए हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। दिल्लीवालों को इस परेशानी ये राहत मिली भी नहीं थी कि शुक्रवार को हथिनी कुंड से 1.41 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की खबर आ गई। इससे दिल्ली के निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका बढ़ गई है। दिल्ली सरकार ने डिजास्टर मैनेजमेंट के अधिकारियों को अलर्ट पर रखा है।
लोग झेल रहे जाम का झाम
सड़कों पर जगह-जगह पानी भरने से लोगों को जाम का सामना करना पड़ा रहा है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जाम के मद्देनजर वैकल्पिक रास्ता चुनने की सलाह दी है। मोदी मिल फ्लाइओवर के नीचे जल भराव के कारण ट्रैफिक प्रभावित है। मूलचंद फ्लाइओवर समेत कई जगहों जाम की खबरें आ रही हैं।
हरियाणा ने 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा
बारिश के बाद वॉटर लॉगिंग से लोग जूझ ही रहे थे कि दिल्लीवालों के एक और परेशान करने वाली खबर आ गई। हरियाणा ने हथिनी कुंड बैराज से 1.41 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा। इसके बाद यमुना 203.83 मीटर के निशान पर बह रही है, जो खतरे के निशान से महज 17 सेमी दूर है। आशंका जताई जा रही है कि शुक्रवार तक यमुना का जल स्तर खतरे के निशान को छू सकता है। दिल्ली सरकार के बाढ़ एवं सिंचाई विभाग का कहना है कि पानी को दिल्ली तक पहुंचने में 48 घंटे लगते हैं, ऐसे में विभाग पूरी तरह अलर्ट है। दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार कोई मूसलाधार बारिश के बाद विभाग लगातार यमुना के जल स्तर पर नजर बनाए हुए है।