झरिया/अलकडीहा. झाविमो (युवा मोर्चा) के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह की हत्या पर झरिया सहित आसपास का इलाका बुधवार को उबल उठा। रंजीत का शव उसके बनियाहीर स्थित आवास पहुंचते ही कोहराम मच गया। रंजीत सिंह अमर रहे…। दोषियों को फांसी दो…। जिला प्रशासन व पुलिस मुर्दाबाद….। ऐसे नारों के साथ सैकड़ों की संख्या लोग झरिया की सड़कों उतर आए। प्रदेश की सरकार और जिला प्रशासन से न्याय मांग रहे लोगों ने झरिया- सिंदरी रोड जाम कर दिया। आक्रोश और आंसू के बीच रंजीत की शव यात्रा निकली गई। सैकड़ों की संख्या में लोग शव यात्रा में शामिल हुए। लोगों के आक्रोश को देखते हुए झरिया से मोहलबनी घाट तक पुलिस की तैनाती की गई थी।
पुलिस की सुरक्षा में शव का अंतिम संस्कार किया गया। इधर, पुलिस ने दोपहर 12 बजे बाद एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की। मृतक रंजीत के भाई संजय कुमार सिंह ने मामले की लिखित शिकायत की। संजय ने अपनी शिकायत में गैंगस्टर फहीम खान के भांजे प्रिंस और उसके भाई बंटी, गोपी और गोडविन सहित गैंग्स के दो सदस्य बिट्टू रवानी और राजेश चौहान पर रंगदारी के लिए हत्या करवाने का आरोप लगाया। पुलिस ने घटना में घायल चालक मुन्ना खान का भी बयान दर्ज किया है। केंदुआडीह थाने में देर रात मामला दर्ज कर लिया गया। पुलिस इस मामले में 11 संदिग्ध लोगों से पूछताछ की है।
पुलिस पर बरसी महिलाएं, बोली : जाओ हत्यारे को गिरफ्तार करो : दिन के 12:30 बजे लोगों ने झरिया-सिंदरी मुख्य मार्ग को बनियाहीर के समीप जाम कर दिया। इसी दौरान झरिया इंस्पेक्टर यूएन राय दल बल के साथ पहुंचे। उन्होंने जाम हटाने का प्रयास किया। इससे महिलाएं बरस पड़ी। महिलाओं ने पुलिस से कहा- हम हट जाएंगे, पहले यह बताएं कि हत्यारों को अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं किए? महिलाओं ने कहा पहले जाओ हत्यारों को गिरफ्तार करो, फिर अाना। महिलाओं का आक्रोश देख पुलिस पीछे हट गई। शाम 5:15 बजे पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी जाम स्थल पहुंचे, जिसके बाद जाम समाप्त हो गया।
एसएसपी ने एसआईटी गठित की : बुधवार देर शाम एसएसपी मनोज रतन चोथे न ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर, लॉ एंड आर्डर डीएसपी मुकेश कुमार, गोंदूडीह ओपी प्रभारी सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। एसएसपी ने मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की है।