धनबाद: श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर पंपोर में शनिवार को आतंकी हमले में शहीद झरिया जियलगोरा का लाल शशिकांत पांडेय सोमवार की शाम सैनिक सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गया। पिता राजेश्वर पांडेय ने मुखाग्नि दी। इस दौरान सबकी आंखें नम हो गयीं। इसके पूर्व सेना के जवानों ने सलामी दी। 21 चक्र हवाई फायरिंग कर शहीद को अंतिम विदाई दी। अंतिम दर्शन के लिए उमड़े जनसैलाब ने शहीद के सम्मान में शशिकांत पांडेय अमर रहे, भारत माता की जय के नारे लगाये।
पाकिस्तान के खिलाफ भी जम कर नारेबाजी की। पंचतत्व में विलीन होने के समय सबकी आंखें नम थीं। अंदर गम था। गर्व और गुस्से से लबालब जनसैलाब ने अंतिम विदाई दी।
सुबह से ही लोग शहीद का दर्शन और पुष्प अर्पित करने के लिए पलकें बिछाये खड़े थे। धनबाद, झरिया, जियलगोरा से लेकर मोहलबनी घाट तक तिरंगे से पटा हुआ था। धनबाद से सैनिक वाहन में पार्थिव शरीर जियलगोरा स्थित आवास पर लाया गया। इस दौरान धनबाद-झरिया-सिंदरी मार्ग के दोनों तरफ लोगों का जनसैलाब था। वाहन के आगे पीछे भी जनसैलाब चल रहा था। जगह-जगह पर फूलों की वर्षा की गयी। स्कूली बच्चे, महिलाएं, युवतियां, पुरुष हर कोई शहीद के सम्मान में रोड पर निकल पड़ा था।