Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 8
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»एक साल में कर्ज चुकाने पर किसानों को कोई ब्याज नहीं : सीएम
    Breaking News

    एक साल में कर्ज चुकाने पर किसानों को कोई ब्याज नहीं : सीएम

    azad sipahiBy azad sipahiNovember 30, 2018Updated:November 30, 2018No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने गुरुवार को रांची के खेलगांव में दो दिवसीय ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड के 28 लाख किसानों ने पिछले चार वर्ष में वह कर दिखाया, जो अकल्पनीय है। झारखंड के किसानों ने चार वर्ष में कृषि विकास दर को माइनस 4.5 प्रतिशत से बढ़ा कर 14.5 प्रतिशत कर दिखाया। कृषि विकास दर में और वृद्धि करनी है। किसानों को उन्नतशील और उनके उत्पादन अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप तैयार करने के उद्देश्य से ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट का आयोजन हो रहा है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के 28 लाख किसानों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम ने कहा कि एक साल में कर्ज चुकाने पर किसानों के ब्याज की भरपाई सरकार करेगी। किसानों को बीमा का एक रुपया भी नहीं देना पड़ेगा। अप्रैल-मई 2019 तक राज्य में किसानों के लिए अलग फीडर होगा, जहां से छह घंटे निर्बाध बिजली की आपूर्ति कृषि कार्य के लिए होगी। सरकार की मंशा किसानों, उद्योगों और आम जनता के लिए अलग-अलग फीडर लगाने की है, जिस पर कार्य हो रहा है। 2018 दिसंबर तक सुदूरवर्ती गांव तक बिजली पहुंचा दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसानों को बिचौलियों से मुक्ति प्रदान करने, बाजार में चीजों के पल-पल के भाव से अवगत कराने और समय के अनुरूप अपने खेत की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य के 28 लाख किसानों को सरकार नि:शुल्क मोबाइल फोन प्रदान करेगी। जनवरी 2019 से इसकी शुरुआत की जायेगी और 2021 तक सभी किसानों को मोबाइल दिया जायेगा।

    सीएम ने कहा कि किसान सिर्फ सब्जी उत्पादन में ही केंद्रित न रहें। कृषि कार्य के साथ बागवानी, पशुपालन और सोलर फार्मिंग में भी ध्यान दें। सरकार इन कार्यों में सहयोग प्रदान करेगी। सोलर फार्मिंग करने वाले किसानों की बिजली को तीन रुपये प्रति यूनिट की दर से खरीद लिया जायेगा। अगर किसान खेती के साथ अन्य को भी साथ लेकर कार्य करते हैं, तो 2022 तक किसानों की आय दोगुनी नहीं, चार गुनी हो सकती है।

    निवेशक सरकार का निमंत्रण स्वीकार करें
    रघुवर दास ने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से राज्य में 50 खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का शिलान्यास हुआ। इस कार्य के लिए सभी निवेशकों को धन्यवाद। आपके निवेश से किसानों को उनके उत्पाद का सही दाम और नौजवानों को काम मिलेगा। अन्य निवेशकों का भी झारखंड में अभिनंदन है। आप आयें और निवेश करें। यहां की नीति अच्छी है और कार्यों में पारदर्शिता भी है, जो आपको हर कार्य में सहयोग प्रदान करेगी।

    पहली बार झारखंड को मिला गांव और किसानों के प्रति समर्पित सीएम : राधामोहन
    रांची। केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि झारखंड को पहली बार गांव और किसानों के प्रति समर्पित मुख्यमंत्री मिला है। झारखंड मछली उत्पादन में दक्षिण के राज्यों को पीछे छोड़कर आज अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में झारखंड तेजी से आगे बढ़ रहा है। सरकार गठन के बाद किसानों को सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य आपदा कोष को 33 करोड़ से बढ़ा कर 61 करोड़ कर दिया गया।

    21 करोड़ की राशि का वितरण इस मद में राज्य सरकार कर चुकी है। आज धान की लागत कम और फायदा ज्यादा है, क्योंकि सरकार ने 2013-14 में लागू 961 रुपये को बढ़ा कर 2018-19 में 1750 रुपये कर दिया। जैविक खेती के लिए झारखंड में 250 क्लस्टर का निर्माण हुआ है। कृषि यांत्रिकीकरण के लिए राज्य को 2014 से पहले कुछ नहीं मिलता था, लेकिन चार साल में 12 करोड़ 37 लाख की राशि दी गयी। लाह उत्पादन के लिए चार वर्ष पहले तक 600 करोड़ का आवंटन होता था। अभी सरकार ने 1,128 करोड़ की राशि आवंटित की है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleरांचीः हथियार के साथ दो गिरफ्तार
    Next Article अर्जेंटीना: पीएम मोदी ने UN महासचिव से जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर की चर्चा
    azad sipahi

      Related Posts

      झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल

      June 7, 2025

      पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास

      June 7, 2025

      गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा

      June 7, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल
      • पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास
      • गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा
      • अब गरीब कैदियों को केंद्रीय कोष से जमानत या रिहाई पाने में मिलेगी मदद
      • विकसित खेती और समृद्ध किसान ही हमारा संकल्प : शिवराज सिंह
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version