वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आरोपों से ‘‘भूकंप’’ लाने की कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणियों पर तंज कसते हुए आज कहा कि कांग्रेस नेता ने भाषण देना ‘‘सीख’’ लिया है क्योंकि उन्होंने अनजाने में अपनी पार्टी के शासन की ‘‘विफलताओं’’ को स्वीकार किया है।
मोदी ने राहुल का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘उनके पास एक युवा नेता है जो अभी भाषण देना सीख रहा है। जब से उन्होंने भाषण देना सीखा है, मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। 2009 में आप यह तक नहीं बता सकते थे कि इस जेब के अंदर क्या है और क्या नहीं है। अब हम पा रहे हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘वह धमकी देते फिर रहे हैं कि अगर उन्होंने बोला तो भूकंप आ जाएगा। अगर, उन्होंने नहीं बोला होता तो भूकंप आ गया होता। यह ऐसा भूकंप होता जिसे लोगों ने 10 साल तक झेला है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘अब वह बोल चुके हैं तो किसी भूकंप का कोई चांस नहीं है। हम आश्वस्त हो सकते हैं कि किसी प्राकृतिक विपदा का कोई खतरा नहीं दिख रहा।’’ उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले राहुल ने आरोप लगाया था कि मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने सहारा और बिड़ला समूह से धन लिया था।
भाजपा ने कांग्रेस के इन आरोपों को ‘‘निराधार, शर्मनाक और दुर्भावनापूर्ण’’ बताते हुए उसका खंडन किया था।
नोटबंदी के बाद पहली बार अपने लोकसभा क्षेत्र के दौरे के बाद यहां आए प्रधानमंत्री बनारस हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।