रांची। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत कैलाश मानसरोवर की यात्रा से लौटे तीर्थयात्रियों को सोमवार को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दी गयी। सीएम आवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा प्रत्येक हिंदू करना चाहता है। आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति इस यात्रा पर नहीं जा पाते हैं, इनके लिए सरकार ने एक लाख रुपये की अनुदान राशि देने की घोषणा की थी। इसी क्रम में चेक प्रदान किया गया।
सीएम ने शिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत आध्यात्मिक और धर्म परायण देश है। सरकार ने गरीबों के लिए मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत पांच हजार से अधिक लोगों को तीर्थ करवाया गया। वैसे लोग जिनके अंदर तीर्थ करने की आशा है, उसे पूरा करने का काम सरकार कर रही है। कहा कि झारखंड में काफी संख्या में धार्मिक तीर्थस्थल हैं। सरकार पर्यटन के क्षेत्र को विकसित कर रोजगार की संभावनाएं उत्पन्न करना चाहती है। दुनिया का सबसे बड़ा बौद्ध स्तूप इटखोरी में बने, इस पर तेजी से विचार किया जा रहा है। विदेशी पर्यटक भारत को विदेशी मुद्रा देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में लोक कल्याण परंपरा का इतिहास रहा है। राज्य सरकार इसी परंपरा को निभा रही है।
तीर्थ यात्रियों के हौसलों से ही भारत विश्व गुरु : मुख्यमंत्री ने तीर्थयात्रियों से कहा कि कैलाश मानसरोवर जैसी कठिन तीर्थयात्रा को पूरा कर घर वापस आ गये हैं। तीर्थ यात्रियों के हौसलों से ही भारत विश्व गुरु बन सकेगा। जो श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर जाने की इच्छा रखते हैं, सरकार उन्हें प्रोत्साहित कर अनुदान के रूप में एक लाख प्रति श्रद्धालु देगी। कहा कि झारखंड के पर्यटन स्थल जल्द ही दुनिया के मानचित्र पर नजर आयेंगे। राज्य सरकार इस पर और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
इस मौके पर इनकी रही उपस्थिति : पर्यटन मंत्री अमर बाउरी, सांसद बीडी राम, पर्यटन निदेशक संजीव कुमार बेसरा सहित अन्य उपस्थित थे।