सरायकेला। लोकसभा चुनाव के बाद नक्सलियों ने एक बार फिर सिर उठाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को अहले सुबह सरायकेला जिले में सुरक्षा बलों पर नक्सलियों ने हमला किया। इसमें करीब 26 जवान घायल हो गये। इसके बाद हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने चार नक्सलियों को मार गिराया, हालांकि कोई शव बरामद नहीं हुआ। इलाके को सील कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
यह घटना मंगलवार की सुबह करीब चार बजे कुचाई और खरसावां की सीमा पर रायसिंदरी जंगल में हुई। एलआरपी से लौट रहे 11 कोबरा बटालियन और झारखंड पुलिस के जवानों पर नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट कर हमला किया। जवान पैदल थे, इसलिए विस्फोट में नुकसान कम हुआ। बारूदी सुरंग विस्फोट के साथ ही जवानों ने पहले खुद को सुरक्षित किया और फिर मोर्चा संभाला।
उधर विस्फोट में घायल जवानों को बाहर निकालने का अभियान भी शुरू किया गया। जवानों ने बेहद सूझबूझ से नक्सलियों को फायरिंग में उलझाया और फिर अपने घायल साथियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। तब तक हेलीकॉप्टर भी वहां पहुंच चुका था।
घायलों को मुठभेड़ स्थल से निकालने के बाद जवानों ने फायरिंग तेज की और नक्सलियों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। बाद में बताया गया कि मुठभेड़ में कम से कम चार नक्सली मारे गये हैं। उनके शव उनके साथी लेकर भाग गये हैं।
इधर बारूदी सुरंग विस्फोट में गंभीर रूप से घायल 11 जवानों को रांची लाया गया, जहां मेडिका अस्पताल में सभी का इलाज किया जा रहा है। बाकी जवानों को भी बाद में रांची लाया गया। जिस इलाके में नक्सलियों ने धमाका कर जवानों को निशाना बनाने की कोशिश की, वहां पर चुनाव समाप्ति के ठीक दूसरे दिन भी सुरक्षाबलों पर नक्सलियों ने हमला किया था। सीआरपीएफ और पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली जंगल की ओर भाग गये थे।
नक्सल अभियान के डीजी मुरारी लाल मीणा ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि धमाके के बाद नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग भी की। इसका सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। डीजीपी डीके पांडेय ने बताया था कि नक्सलियों ने यह बारूदी सुरंग चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए लगाया था। उन्होंने कहा कि कोबरा, झारखंड जगुआर और झारखंड पुलिस के संयुक्त अभियान ने इलाके को सुरक्षित कर लिया है।