नई दिल्ली : दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित की तबीयत ठीक नहीं रहने का हवाला देकर तीन कार्यकारी अध्यक्षों को जिला और ब्लॉक स्तर की समितियों के प्रमुखों की बैठक बुलाने तथा फैसले लेने का अधिकार दे दिया है। इसे दोनों नेताओं के बीच गहरी होती लड़ाई के बीच दीक्षित की शक्तियों को कम करने के तौर पर देखा जा रहा है।
चाको ने दीक्षित को अपने फैसले से अवगत कराते हुए एक पत्र लिखा। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कार्यकारी अध्यक्षों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपने का ‘ऐक्शन नोट’ जारी किया। दीक्षित के सहयोगियों ने कहा कि वह नियमित जांच के लिए अस्पताल में थी और सोमवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सेहत को लेकर ‘अफवाहें’ फैलाई जा रही हैं। अपनी चिट्ठी में चाको ने इस बात पर नाखुशी जाहिर की कि उनके पहले के निर्देशों पर अमल नहीं किया गया तथा पार्टी के कुछ ‘तथाकथित प्रवक्ताओं ने ‘गैर जिम्मेदाराना’ बयान दिए और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के प्रभारी के फैसलों पर सवाल उठाए।