चाईबासा : झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में नक्सलियों और पुलिस के बीच भीषण मुठभेड़ हुआ. इस दौरान दोनों ओर से सैकड़ों राउंड गोलियां दोनों ओर से चली, लेकिन पुलिस भारी पड़ी. पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने नक्सलियों से लोहा लेते रहे और लगातार हो रही फायरिंग के बाद नक्सलियों को जंगल में सारे सामान छोड़कर भागना पड़ा. पुलिस को यह सूचना मिली थी कि जिले के सोनुवा थाना के इलाके के जंगलों में नक्सलियों का जमावड़ा लगा हुआ है. इस सूचना के आधार पर पश्चिम सिंहभूम पुलिस और सीआरपीएप की 60वीं बटालियन के जवानों ने जंगल की घेराबंदी कर ऑपरेशन शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस पहले नक्सलियों ने फायरिंग करना शुरू कर दिया. वे लोग हमला करते हुए पोड़ाहाट जंगल में भाग गये. पुलिस ने पीछा करते हुए नक्सलियों की घेराबंदी कर ली है. लेकिन अब तक कोई हताहत नहीं हुआ है.
4 अप्रैल को पश्चिम सिंहभूम जिले में महिला नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया था. इसमें से दो महिलाओं की पहचान हो चुकी है. पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र के चिरुंग के रेड़ा टोला में यह मुठभेड़ हुई थी, जिसमें तीन नक्सली मारे गये थे. तीनों नक्सली महिला थी. इसमें से एक की पहचान पश्चिम सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के आराहास पंचायत के कांसुआ गांव की रहने वाली सोना माही उर्फ सोना माई के रुप में हुई है जबकि दूसरी नक्सली की पहचान पश्चिम सिंहभूम जिले के ही गुवा थाना क्षेत्र के लापुंग गांव की रहने वाली महिला सुनिका चांपिया उर्फ सुबनी के रुप में हुई, जिसके पिता का नाम चुन्नु चांपिया है.
इन दोनों के शव को परिजनों को सौंप दिया गया. तीसरकी महिला की पहचान नहीं हो पायी है. पुलिस को उम्मीद है कि तीसरी महिला की भी पहचान हो जायेगी. गौरतलब है कि पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने गुदड़ी थाना क्षेत्र के चिरुंग गांव के रेड़ा टोला में सीआरपीएफ के साथ मिलकर जिला पुलिस के संयुक्त अभियान में नक्सलियों पर हमला बोला था और कैंप को ध्वस्थ तक कर दिया था. इसके बाद पुलिस के हमले में तीन महिला नक्सली मार दी गयी थी जबकि शेष अन्य नक्सली भागने में कामयाब हो गये थे. वहां से पुलिस ने बड़े पैमाने पर नक्सलियों के बंदूक, राइफल, जिंदा कारतूस, कार्बाइन का मैगजिन, तीर बम, वॉकीटॉकी, फ्लैश लाइट, बैनर, नक्सली साहित्य समेत अन्य चीजों को बरामद किया गया है