जामताड़ा। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर देश में पूर्ण तालाबंदी के बीच लोगों के समक्ष न सिर्फ भोजन, राशन-पानी और रोजगार को लेकर ही गंभीर संकट की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है, बल्कि इस लॉकडाउन के कारण मरीज और उनके परिजन भी खासे परेशान हैं। ऐसी ही परेशानी लॉकडाउन के दौरान कई हिस्सों से उभरकर सामने आ रही है। ऐसी मजबूरियां लोगों के दिल और दिमाग दोनों को झकझोर जाती हैं। नया मामला जामताड़ा जिले का है। यहां एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। कैंसर पीड़ित मरीज को घर से अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली, जिस कारण उसके परिजन ठेला पर लादकर सात किलोमीटर दूर सदर अस्पताल की ओर चल पड़े। लगभग तीन किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद एक व्यक्ति द्वारा इस बात की जानकारी उपायुक्त को दी गयी, जिसके बाद उपायुक्त की पहल पर एंबुलेंस मंगायी गयी और मरीज को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। महिला के परिजनों ने बताया कि बुधुडीह निवासी ममता देवी कैंसर बीमारी से पीड़ित थी। दिन के दस बजे अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गयी, जिसके बाद जब लोग सदर अस्पताल तथा 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस की मांग की, परंतु सभी एंबुलेंस के बाहर रहने की बात परिजनों को बतायी गयी। इसके बाद एक ठेला पर लादकर सदर अस्पताल ले जाने लगे।
जामताड़ा में नहीं मिली एंबुलेंस, ठेला से अस्पताल निकले परिजन
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