- जान की परवाह किये बिना मजदूरों ने किया काम: संजय पांडेय
- मोटिया मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच कराये सरकार: दीपक ओझा
रांची। कृषि मंत्री बादल ने कहा कि मोटिया मजदूर भी कोरोना महामारी के दौर में कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे हैं। जो भी मजदूर अपना घर छोड़ कर मजदूरी में लगे हैं, उनके लिए को-आॅपरेटिव व्यवस्था की जायेगी।
महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष संजय पांडेय ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे बड़ी आवश्यकता आम जनता को भोजन एवं राशन उपलब्ध कराना है। इसमें मोटिया मजदूरों ने अहम भूमिका निभायी है। इन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए भी कृषि बाजार प्रांगण में लोडिंग-अनलोडिंग का कार्य जारी रखा। इसके कारण गलियों की छोटी दुकानों से लेकर जन वितरण प्रणाली के तहत चलने वाले राशन केंद्रों तक राशन एवं अन्य खाद्य सामग्री की आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रही। मौके पर महानगर कांग्रेस उपाध्यक्ष दीपक ओझा, उदय प्रताप, संतोष सिंह, सुरेंद्र साहू, नितिन सिरमौर के नेतृत्व में कृषि बाजार प्रांगण पंडरा में लगभग 500 मोटिया-मजदूरों को गमछा तथा मास्क देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महानगर उपाध्यक्ष दीपक ओझा ने कहा कि मोटिया मजदूरों के योगदान की जितनी भी सराहना की जाये कम है। श्री ओझा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जिस तरह से इन्होंने अपनी सेवा दी है, उसे देखते हुए सरकार को अविलंब इनके स्वास्थ्य की जांच कराये।