Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 8
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»आरोग्य सेतु ऐप से ई-फार्मेसी कंपनी का लिंक हटाया गया
    Breaking News

    आरोग्य सेतु ऐप से ई-फार्मेसी कंपनी का लिंक हटाया गया

    azad sipahiBy azad sipahiMay 29, 2020No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
    नई दिल्ली । आरोग्य सेतु ऐप से ई-फार्मेसी कंपनी का लिंक हटाए जाने की सूचना शुक्रवार को केंद्र सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट को दी। केंद्र सरकार की ओर से वकील मनिंदर आचार्य ने कोर्ट को बताया कि अब आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करनेवाले किसी व्यक्ति को निजी वेबसाइट का लिंक नहीं मिलेगा। इस मामले पर अगली सुनवाई 9 जून को होगी।
    सुनवाई के दौरान जस्टिस नवीन चावला की बेंच ने मनिंदर आचार्य से पूछा कि जब दिल्ली हाई कोर्ट ने दवाओं  की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगा रखी है तब क्या केंद्र सरकार किसी ई-फार्मेसी कंपनी को वेबसाइट पर लिस्ट करने की अनुमति दे सकती है। कोर्ट ने कहा कि लगता है कि केंद्र सरकार ने हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है। कोर्ट ने इस बात को नोट किया कि आरोग्य सेतु ऐप पर लिस्टिंग के लिए वैसी कंपनी को लिस्ट की जाती है जो दस हजार पिन कोड के इलाके को कवर करती हो।
    सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा कि क्या किसी पूरे भारत में दवाओं के डिस्ट्रिब्युशन के लिए लाइसेंस जारी किया गया है। तब याचिकाकर्ता की ओर से वकील सुधीर नंद्राजोग औऱ अमित गुप्ता ने कहा कि पूरे भारत में दवाओं की आनलाइन बिक्री के लिए लाइसेंस देने की अनुमति नहीं देता है। किसी भी ई-फार्मेसी कंपनी को दवाओं की बिक्री करने और उनका डिस्ट्रिब्युशन करने के लिए लाइसेंस नहीं है। उन्होंने कहा कि दवाओं की बिक्री, उनका प्रदर्शन या उनके डिस्ट्रिब्युशन के लिए लाइसेंस केवल उसी परिसर के लिए दिया जाता है जहां से वे आपरेट करते हैं। केवल उन्हीं फार्मासिस्ट को दवाओं के होम डिलीवरी की छूट है जिनके पास नियमों के मुताबिक वैध लाइसेंस हों। सरकार ने किसी भी ई-फार्मेसी कंपनी को आपरेट करने की अनुमति नहीं दी है और आरोग्यसेतु ऐप पर इनके वेबसाइट को लिंक करना गैरकानूनी है।
    सुनवाई के दौरान मनिंदर आचार्य ने कहा कि वे इस स्थिति में नहीं हैं कि वे बता सकें कि किसी ई-फार्मेसी कंपनी को पूरे भारत में दवाओं की बिक्री के लिए लाइसेंस दिया गया है कि नहीं। तब कोर्ट ने कहा कि आप इस मामले पर केंद्र सरकार से निर्देश लेकर आइए। कोर्ट ने केंद्र सरकार से ये भी पूछा कि आरोग्यसेतु ऐप पर सामान्य फार्मेसी स्टोर को लिस्ट क्यों नहीं किया गया है।
    पिछले 14 मई को हाई कोर्ट ने आरोग्य सेतु ऐप से एक ई-फार्मेसी कंपनी से लिंक करने पर रोक लगाने की मांग पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से वकील सुधीर नंद्राजोग, अमित गुप्ता और मानसी कुकरेजा ने कोर्ट को नीति आयोग के सीईओ की ओर से इस संबंध में किए गए ट्वीट्स के बारे में बताया था जिसमें लाइसेंसधारकों द्वारा होम डिलीवरी की बात कही गई है। याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया था कि हाई कोर्ट ने ई-फार्मेसी कंपनियों को आनलाइन दवाएं बेचने पर रोक लगाई है ऐसे में सरकार उन्हें कैसे प्रमोट कर सकती है।
    सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से एएसजी मनिंदर आचार्य और कीर्तिमान सिंह ने कहा था कि अभी असाधारण परिस्थिति आई है। कोरोना मरीजों को दवाएं आसानी से मिल सके, इसके लिए आरोग्य सेतु ऐप को डेवलप किया गया है। तब कोर्ट ने पूछा था कि जब होम डिलीवरी की अनुमति है तो स्थानीय दवा दुकानदार दवा की सप्लाई क्यों नहीं कर सकता है। इसके लिए वेबसाइट पर लिस्ट करने की क्या जरूरत है।
    याचिका साउथ केमिस्ट एंड डिस्ट्रिब्युटर्स एसोसिएशन ने दायर किया है। याचिकाकर्ता की ओर से वकील अमित गुप्ता और मानसी कुकरेजा ने कहा है कि आरोग्य सेतु ऐप से http://www.aarogyasetumitr.in नामक वेबसाइट को लिंक किया गया है। ये बेवसाइट दवाओं की बिक्री, उनका मार्केटिंग और प्रमोशन करती है। किसी सरकारी ऐप का इस्तेमाल किसी निजी वाणिज्यिक उपक्रम को बढ़ावा देने में नहीं किया जा सकता है।
    याचिका में कहा गया है कि कोर्ट इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय को निर्देश दे कि वो नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर और नीति आयोग को निर्देश दे कि आरोग्य सेतु ऐप से मिले-जुले नामों का इस्तेमाल निजी वाणिज्यिक हितों को पूरा करने के लिए नहीं हो। आरोग्य सेतु ऐप का होमपेज खुद ही इस वेबसाइट का लिंक देता है। याचिका में कहा गया है कि इस बेवसाइट को तत्काल बंद करने का आदेश दिया जाए।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleपीएम मोदी से मिले गृहमंत्री अम‍ित शाह, मुख्‍यमंत्रियों के सुझावों के बारे में दी जानकारी
    Next Article उद्धव – केंद्र के निर्देश के आधार पर होगा महाराष्ट्र में लॉकडाउन-5
    azad sipahi

      Related Posts

      झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल

      June 7, 2025

      गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा

      June 7, 2025

      अब गरीब कैदियों को केंद्रीय कोष से जमानत या रिहाई पाने में मिलेगी मदद

      June 7, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल
      • पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास
      • गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा
      • अब गरीब कैदियों को केंद्रीय कोष से जमानत या रिहाई पाने में मिलेगी मदद
      • विकसित खेती और समृद्ध किसान ही हमारा संकल्प : शिवराज सिंह
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version