JEE-NEET परीक्षा को स्थगित कराने को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। मामले को लेकर आज कांग्रेस देशव्यापी प्रदर्शन करने वाली है। राज्य और जिला मुख्यालयों पर केंद्र सरकार के कार्यालयों के सामने कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करेगी। परीक्षा को स्थगित कराने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जायेगा और JEE-NEET को टालने की अपील किया जाएगा।
परीक्षा के विरोध में ऑनलाइन अभियान
JEE-NEET परीक्षा के विरोध में ऑनलाइन अभियान भी चलाया जाएगा। सोशल मीडिया पर आज यानी 28 तारीख को ही कांग्रेस की ओर से राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन अभियान #SpeakUpForStudentSaftey चलाया जाएगा। बता दें कि सुबह 10 बजे से वीडियो, पोस्ट के माध्यम से विरोध किया जाएगा।
JEE-NEET परीक्षा को स्थगित कराने को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। मामले को लेकर आज कांग्रेस देशव्यापी प्रदर्शन करने वाली है। राज्य और जिला मुख्यालयों पर केंद्र सरकार के कार्यालयों के सामने कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करेगी। परीक्षा को स्थगित कराने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जायेगा और JEE-NEET को टालने की अपील किया जाएगा।
कांग्रेस समेत सात विपक्षी राज्यों की नेता प्रेस वार्ता करेंगे। यह प्रेस वार्ता 4:30 बजे है जिसमें कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और बाकी 7 राज्यों के नेता भी हिस्सा लेंगे। कांग्रेस के युवा संगठन सड़क पर उतर आए हैं और एनएसयूआई 11:00 बजे से भूख हड़ताल पर बैठ रही है। वहीं यूथ कांग्रेस भी धरना प्रदर्शन कर रही है।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने JEE-NEET परीक्षा को लेकर सात गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई। इस बैठक में शामिल सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कोरोना काल में परीक्षा टालने की मांग की। इसके बाद तय किया गया कि वे सितंबर में प्रस्तावित JEE-NEET परीक्षा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उनका कहना है कि JEE-NEET परीक्षाओं में 25 लाख छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को खतरे में डाला जा रहा है। जिद्दी मोदी सरकार उनकी शिकायतों को सुनने, उन पर विचार करने और सभी के लिए स्वीकार्य समाधान खोजने से इनकार क्यों कर रही है?
रणदीप सुरजेवाला ने कहा था, ‘क्या मोदी सरकार इस बात की गारंटी देगी कि परीक्षा के दौरान जेईई, नीट का कोई भी छात्र कोविड संक्रमण से ग्रस्त नहीं होगा? कौन-कौन सी सुरक्षा सावधानियां और प्रोटोकॉल रखे गए हैं? कौन देखेगा कि दिशानिर्देश और प्रोटोकॉल एक खाली कागजी औपचारिकता नहीं बन गए है?’