सीबीआई की विशेष अदालत के आज अयोध्या में ढांचा विध्वंस पर दिए गए फैसले के बाद बरी किए गए आरोपितों सहित अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
इस मामले में आरोपित व तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि अदालत का फैसला ऐतिहासिक है। हम लोग ही नहीं आज इस पैसे से पूरा देश खुश है। कल्याण सिंह कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में भर्ती हैं। इसकी वजह से वे अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने के दौरान अदालत में मौजूद नहीं थे। उनके बेटे एवं एटा से सांसद राजवीर सिंह राजू ने कहा कि बाबू जी ने फैसले को ऐतिहासिक बताया है। वह पहले भी कह चुके हैं कि भगवान श्री राम के मंदिर को बनने के लिए सत्ता ही क्या वह सब कुछ कुर्बान करने के लिए तैयार हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और आरोपित रहे मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि कोर्ट का निर्णय इस बात को सिद्ध करता है कि 06 दिसम्बर को अयोध्या में हुई घटनाओं के लिए कोई षड्यंत्र नहीं था और वह अचानक हुआ। उन्होंने कहा कि इसके बाद विवाद समाप्त होना चाहिए और सारे देश को मिलकर भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए तत्पर होना चाहिए
इस फैसले के बाद एक अन्य आरोपित रहे आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि सत्य की जीत हुई है। इस पर मैं प्रणाम करूंगा। हम सब मिलकर जितने भी पुराने दाग हैं, उनको धोएंगे। यह तो पहली झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां भी दाग हैं, उनको धोकर साफ करेंगे। आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि जहां-जहां भी दाग है, उनको धोकर साफ करेंगे।
अयोध्या प्रकरण में बाबरी के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि छह दिसम्बर 1992 को अयोध्या में जो हुआ था वो पूरी दुनिया ने देखा। हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं।उन्होंने कहा कि हम संविधान को मानते हैं। हिन्दू-मुस्लिम विवाद पूरी तरह खत्म होना चाहिए। अयोध्या में विकास होना चाहिए। अंसारी कोर्ट का फैसला आने से पहले ही सभी आरोपितों को बरी कर दिये जाने की बात कहते रहे हैं। इस बारे में बाबरी मस्जिद के पक्षकार जफरयाब जिलानी ने सीबीआई कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाने की बात कही है।