विवादित ढांचा विध्वंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत के फैसले का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी ने स्वागत किया है, वहीं मुरली मनोहर जोशी ने इसे ऐतिहासिक फैसला करार दिया।
लालकृष्ण आडवाणी ने न्यायालय के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं बाबरी विध्वंस मामले में विशेष न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय का तहे दिल से स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि इस फैसले से राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रति मेरे व्यक्तिगत और भाजपा के विश्वास और प्रतिबद्धता का पता चलता है।
जोशी ने कहा कि यह अदालत का ऐतिहासिक फैसला है। इससे साबित होता है कि अयोध्या में छह दिसंबर की घटना के लिए कोई साजिश नहीं रची गई थी। हमारा कार्यक्रम और रैलियां किसी साजिश का हिस्सा नहीं थे। हम खुश हैं, हर सभी को अब राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्साहित होना चाहिए ।
न्यायालय का फैसला आने के कुछ देर बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लालकृष्ण आडवाणी के घर जाकर उनसे मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आडवाणी को इस मामले में बरी होने पर बधाई दी। आडवाणी के आवास के बाहर भाजपा कार्यकर्ता और उनके समर्थकों का भारी जमावड़ा हो गया। समर्थकों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई और जमकर नारेबाजी की।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह सीबीआई की विशेष अदालत के इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है। इससे साफ है कि देर से ही सही इस मामले में न्याय की जीत हुई है।