भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने 9 अक्टूबर को देश की पहली एंटी रेडिएशन मिसाइल रुद्रम 1 (Anti Radiation Missile Rudram) का सफल परीक्षण किया है. इसे भारतीय वायुसेना के एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से लॉन्च किया गया था. इस पर अब डीआरडीओ के प्रमुख जी सतीश रेड्डी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि इससे वायुसेना और सशक्त हो जाएगी.
डीआरडीओ प्रमुख ने कहा, ‘विमान से एंटी रेडिएशन मिसाइल का सफल टेस्ट किया गया. जब इसे लॉन्च किया जाता है तो यह हवा में कोई भी विकिरण तत्व खोज लेती है. इसके बाद उस पर हमला करके उसे पूरी तरह से नष्ट कर देती है.’ उन्होंने कहा, ‘हमें इसके कुछ और टेस्ट करने करने हैं. एक बार जब यह टेस्ट पूरे हो जाएंगे तो यह वायुसेना में शामिल होकर उसे और सशक्त करेगी. यह दुश्मन को धूल चटा देगी.’
बता दें कि नई पीढ़ी की यह एंटी रेडिएशन मिसाइल लंबी दूरी से विविध प्रकार के शत्रु रडारों, वायु रक्षा प्रणालियों और संचार नेटवर्कों को तबाह कर सकती है. मिसाइल रुद्रम -1, भारत की पहली स्वदेश निर्मित विकिरण रोधी शस्त्र प्रणाली है और शुक्रवार सुबह करीब 10.30 बजे ओडिशा के बालासोर में एकीकृत परीक्षण रेंज से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मिसाइल का परीक्षण प्रक्षेपण किया था. जब मिसाइल वायु सेना में शामिल होने के लिए तैयार होगी तो एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों के एक बैच के साथ जोड़ी जाएगी.