आजाद सिपाही संवाददाता
गोड्डा। संथाल परगना के लिए ऐतिहासिक दिन बनने से पहले दो जन प्रतिनिधियों के आचरण ने इसे शर्मसार कर दिया। गुरुवार को गोड्डा से पहली बार यात्री ट्रेन सेवा की शुरूआत से ठीक पहले भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दुबे और पोड़ैयाहाट के कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव के बीच मारपीट ने उद्घाटन समारोह के रंग को फीका कर दिया। बाद में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गोड्डा-नयी दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस को आॅनलाइन हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। गोड्डा के उपायुक्त भोर सिंह यादव द्वारा जारी निर्देश के आलोक में उद्घाटन समारोह को सादगीपूर्ण तरीके से आयोजित किया गया था। समारोह में झारखंड सरकार की ओर से राज्य के परिवहन मंत्री चंपाई सोरेन के अलावा महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह भी थीं। उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी आॅनलाइन शामिल होना था, लेकिन तकनीकी कारणों से वह इसमें शामिल नहीं हो सके।
ऐसे हुई मारपीट की शुरूआत : मारपीट की शुरूआत एक समर्थक द्वारा नारेबाजी शुरू करने से हुई। जैसे ही सांसद डॉ निशिकांत दुबे समारोह स्थल पर पहुंचे, उनके साथ आये संजय यादव नामक युवक ने जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। इसे सुन कर प्रदीप यादव नाराज हो गये और संजय यादव को बाहरी बताते हुए उसे वहां से हटाने की बात कहने लगे। इस पर सांसद डॉ दुबे खड़े हो गये और उन्होंने विधायक को चुनौती दी। सांसद ने उनसे पूछा कि वह कौन होते हैं किसी को भगानेवाले। इसी बात पर दोनों भिड़ गये और एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर मुक्का चलाने लगे। तब तक वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों और दूसरे लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों को अलग किया।
मची अफरा-तफरी, नारेबाजी : सांसद और विधायक के बीच मारपीट के बाद समारोह स्थल पर अफरा-तफरी मच गयी। दोनों के समर्थक नारेबाजी करने लगे। सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों को शांत कराया। इस दौरान मंत्री चंपाई सोरेन और विधायक दीपिका पांडेय सिंह वहां मूकदर्शक बने रहे।
कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां : हमसफर एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह के मौके पर गोड्डा स्टेशन पर कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ायी गयीं। उपायुक्त द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के बावजूद बड़ी संख्या में लोग स्टेशन पर जमा हो गये। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। अधिकांश लोग मास्क नहीं लगाये हुए थे।
21 क्विंटल लड्डू बेकार : ट्रेन के उद्घाटन समारोह को यादगार बनाने के लिए भाजपा ने व्यापक तैयारी की थी, लेकिन उपायुक्त के निर्देश के बाद सारी तैयारियां स्थगित कर दी गयीं। सांसद की ओर से 21 क्विंटल लड्डू बांटने का कार्यक्रम था। इसके लिए लड्डू तैयार भी कर लिये गये थे। लेकिन बाद में इसे स्थगित कर दिया गया। सांसद डॉ दुबे ने इस बर्बादी के लिए उपायुक्त को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि जनता इसे याद रखेगी।