दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ब्रेक लगता हुआ दिखाई दे रहा है. कोरोना के गिरते आंकड़ों को देखते हुए माना जा रहा है कि राजधानी में हालात सुधरने लगे हैं. शनिवार को यहां बीते 24 घंटे में 956 नए मामले सामने आए. लंबे समय बाद एक हजार के अंदर सिमटते आंकड़े, जाहिर है राहत भरे ही माने जा रहे हैं. इसी बीच आईआईटी दिल्ली ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर चेताया गया है कि राजधानी को अब कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयार रहना होगा.
आईआईटी दिल्ली का कहना है कि तीसरी लहर के दौरान दिल्ली में मरीजों की संख्या में 60 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसे में दिल्ली में रोजाना 45,000 से भी ज्यादा मामलों का अनुमान लगाया जा रहा है. इस स्थिति में आईआईटी ने अस्पतालों में पड़ने वाली ऑक्सीजन की जरुरत पर भी ध्यान आकर्षित किया है.
आईआईटी का कहना है कि दिल्ली को कोरोना की तीसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की भारी जरुरत पड़ सकती है. ऐसे में संस्थान ने आगाह किया है कि राजधानी में ऑक्सीजन इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारना सबसे जरुरी है. इससे महामारी के दौरान ऑक्सीजन सप्लाई में मदद मिलेगी.