Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Tuesday, June 17
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»पंजाब कांग्रेस विवाद : राहुल से मिले जाखड़ और मनप्रीत, पार्टी में बड़े फेरबदल के संकेत
    Breaking News

    पंजाब कांग्रेस विवाद : राहुल से मिले जाखड़ और मनप्रीत, पार्टी में बड़े फेरबदल के संकेत

    azad sipahiBy azad sipahiJune 23, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
    – दिल्ली दरबार में सोमवार से जारी हैं पंजाब के नेताओं के साथ मुलाकातें
    – राहुल ने अगले विधानसभा चुनाव के लिए सीएम फेस को लेकर मांगी राय
    – हरीश रावत ने राहुल से मिलने के बाद पार्टी में दिए बड़े फेरबदल के संकेत
    नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के अंदरुनी क्लेश की सुनवाई इन दिनों दिल्ली दरबार में चल रही है, जिसे खत्म करने को लेकर खुद राहुल गांधी पंजाब के सभी मंत्रियों और विधायकों से मुलाकातें कर रहे हैं। सोमवार से जारी इन मुलाकातों की कड़ी में बुधवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने राहुल गांधी से मुलाकात करके अपना-अपना पक्ष रखा।
    दोनों नेताओं ने रखी अपनी राय 
    बुधवार को राहुल के दरबार में पहुंचे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने उनके सामने खुलकर अपनी राय रखी। राहुल से मुलाकात के दौरान दोनों कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वे कैप्टन अमरिंदर सिंह से किसी भी मुद्दे पर अब चर्चा नहीं करना चाहते। साथ ही उन्होंने सिद्धू को पार्टी की बागडोर न सौंपने का भी सुझाव दिया। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने अगले चुनाव में कैप्टन को सीएम फेस ना बनाने को लेकर भी दोनों नेताओं की राय मांगी। मुलाकात के बाद जाखड़ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मौजूदा स्थिति का जल्द ही समाधान निकलेगा। इससे पहले राहुल गांधी ने सोमवार और मंगलवार को भी कई मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात की थी। सभी ने विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए पंजाब के मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाने की अपील की है।
    कैप्टन ने सिद्धू को बताया विवाद की जड़ 
    उधर, एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कमेटी के सामने पेश हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि सिद्धू ही सारे विवाद की जड़ हैं। उन्होंने कहा कि सिद्धू के साथ मतभेदों को सुलझाने के लिए उन्होंने कई बार कोशिशें की, लेकिन सिद्धू के अड़ियल रवैये के सामने उनकी एक भी कोशिश कामयाब नहीं हो पाई। सिद्धू खुद अपने लिए सभी दरवाजे बंद करने की सोच कर बैठे हैं। पार्टी सूत्रों का यह भी कहना है कि इन परिस्थितियों में कैप्टन ने सिद्धू को कोई पद ना देने की भी सिफारिश की है।
    हो सकता है बड़ा फेरबदल
    उधर, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने राहुल गांधी से मुलाक़ात के बाद कहा कि हमने नवजोत सिंह सिद्धू से संबंधित मुद्दों का गंभीरता से संज्ञान लिया है। सिद्धू अपने ही अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं, उन्होंने पार्टी के खिलाफ अभी तक ऐसा कुछ नहीं किया है कि उनके खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि कमेटी ने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंप दी है। आखिरी फैसला हाईकमान को ही लेना है और अगले कुछ दिनों में उनका फैसला सभी के सामने आ भी जाएगा। साथ ही रावत ने पंजाब कांग्रेस में बड़े फेरबदल के भी संकेत दिए हैं।
    उल्लेखनीय है कि पूरा विवाद उस समय शुरू हुआ, जब कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से चुनाव प्रचार के दौरान बेअदबी मामले पर तुरंत कार्रवाई का भरोसा देने के बावजूद इस मामले पर ढुलमुल रवैया अपनाने और अन्य चुनावी वादों को पूरा न करने को लेकर उनके अपने ही मंत्री और विधायक उनसे नाराज हो गए। उस पर दो विधायकों के बेटों को नौकरी देने के मुद्दे ने भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपनों की नाराजगी झेलने पर मजबूर कर दिया।
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleलखनऊ में दो मंजिला इमारत धराशायी : कमरे में सो रहे युवक के ऊपर गिरी छत
    Next Article TPC उग्रवादी बिनोद, नरेश और राजकुमार गंझू को हाईकोर्ट से जमानत
    azad sipahi

      Related Posts

      डीजीपी अनुराग गुप्ता अब न अखिल भारतीय सेवा में हैं, ना सस्पेंड हो सकते हैं : बाबूलाल मरांडी

      June 16, 2025

      भाजपा के टॉर्चर से बांग्ला बोलना सीख गया : इरफान

      June 16, 2025

      राजभवन के समक्ष 108 एंबुलेंस के कर्मी 28 को देंगे धरना

      June 16, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • अमरनाथ यात्रा मार्ग एक जुलाई से नो फ्लाइंग जोन घोषित
      • प्रधानमंत्री मोदी को साइप्रस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
      • डीजीपी अनुराग गुप्ता अब न अखिल भारतीय सेवा में हैं, ना सस्पेंड हो सकते हैं : बाबूलाल मरांडी
      • भाजपा के टॉर्चर से बांग्ला बोलना सीख गया : इरफान
      • राजभवन के समक्ष 108 एंबुलेंस के कर्मी 28 को देंगे धरना
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version