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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं से संतुष्ट नहीं हैं। गुरुवार को विभागीय समीक्षा के दूसरे दिन उन्होंने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गहरा असंतोष व्यक्त किया और कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया। उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान दिये गये निर्देशों के अनुपालन की रिपोर्ट 15 दिन में देने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने सरकारी अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने का भी निर्देश दिया।

झारखंड हाइकोर्ट ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। उनकी ओर से हजारीबाग के बड़कागांव में एनटीपीसी के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर आंदोलन मामले में दर्ज प्राथमिकी में जमानत की गुहार लगायी थी। मामले की सुनवाई हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति रंगन मुखोपाध्याय की कोर्ट में हुई। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि इस मामले में योगेंद्र साव को सुप्रीम कोर्ट से भी जमानत नहीं मिली है, इसलिए उन्हें जमानत नहीं दी जाये।

मसाला किंग के नाम से मशहूर एमडीएच के मालिक ‘महाशय’ धर्मपाल गुलाटी का जीवन संकल्प और लक्ष्य के प्रति समर्पण की मिसाल है। मसाला किंग के नाम से मशहूर इस शख्स ने अपनी संकल्प शक्ति की बदौलत एक छोटी सी दूकान से मसालों का कारोबार शुरू कर एक बड़ा ब्रांड खड़ा कर दिया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नये साल को नियुक्तियों का साल बनाने की घोषणा कर झारखंड के बेरोजगार युवाओं में उम्मीद की नयी किरण जगा दी है। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से साफ हो गया है कि झारखंड अब कोरोना के संकट काल से बाहर निकलने के लिए तैयार है और राज्य सरकार भी कमर कस चुकी है। झारखंड में एक तरफ जहां सरकारी विभागों में रिक्तियों की भरमार है, वहीं राज्य में बेरोजगारी की दर भी चिंताजनक स्तर पर पहुंच गयी है। ताजा आंकड़े बताते हैं कि झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों में 30 फीसदी के आसपास रिक्तियां हैं, वहीं बेरोजगारी की दर 12 प्रतिशत के करीब पहुं

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि कोरोना काल में राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों में काम कर रही है। केंद्र सरकार से जनवरी से लेकर अब तक कितना मिला है, वह कागजों पर है। हमारे साथ बहुत नाइंसाफी हुई है। इस संक्रमण में हम लोगों ने जो मुसीबतें देखी हैं, उनसे कैसे उबर पायेंगे, इसकी योजना बनायी जा रही है।

राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने साफ कर दिया है कि राज्य सरकार केवल ‘सूखा’ धान ही खरीदेगी। उन्होंने एक दिसंबर से राज्य में शुरू की गयी धान की सरकारी खरीद की प्रक्रिया में लगे अधिकारियों से कहा है कि वे किसानों को यह बात समझायें। बता दें कि झारखंड सरकार ने इस साल किसानों को धान की प्रति क्विंटल खरीद पर 183 रुपये की दर से बोनस देने का फैसला किया है। डॉ उरांव ने कहा है कि गीला धान खरीदने से खजाने को प्रति क्विंटल 102 रुपये 50 पैसे का नुकसान होगा। यह सरकारी खजाने के साथ बेइमानी करने जैसा होगा।

बंदगांव के सिंदुरीबेड़ा जंगल में मंगलवार की देर रात पुलिस और पीएलएफआइ नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गयी। सुरक्षाबलों को खुद पर भारी पड़ता देख नक्सली घने जंगल में भाग गये। वहीं, सुरक्षाबलों ने दो संदिग्ध लोगों को मौके से गिरफ्तार किया है। साथ ही सर्च अभियान के दौरान एक पिस्तौल और गोलियां बरामद की गयीं। मुठभेड़ की पुष्टि एसपी सह पोड़ाहाट चक्रधरपुर एसडीपीओ नाथु सिंह मीणा ने की। मुठभेड़ पीएलएफआइ कमांडर शनीचर सुरीन और जीदन गुड़िया दस्ते के साथ हुई।

रांची। यौन शोषण मामले में आरोपी बाघमारा से भाजपा विधायक ढुल्लू महतो की जमानत याचिका रद्द करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की गयी है। इसमें प्रार्थी पीड़िता की ओर से ढुल्लू महतो के आपराधिक इतिहास को आधार बनाया गया है। पीड़िता के अधिवक्ता निर्मल कुमार अंबष्ठ ने आरोप लगाया है कि ढुल्लू महतो आपराधिक किस्म के व्यक्ति हैं। यौन शोषण मामले में अभी जांच शुरुआती स्थिति में है, मामले में चार्जशीट भी बहुत मुश्किल से दायर की गयी है। अभी तक

बिहार विधानसभा चुनाव में शर्मनाक पराजय झेलने के बाद कांग्रेस संगठन की हालत राष्ट्रीय स्तर पर डावांडोल तो हुई ही है, पिछले साल झारखंड में पार्टी को जो शानदार सफलता हासिल हुई थी, वह भी खतरे में दिखायी देने लगी है। पिछले एक साल में झारखंड कांग्रेस बिना पतवार के नाव जैसी हो गयी है, जिसका न कोई कप्तान है और न ही कोई दिशा। इसके अंदरखाने में जो हालात पैदा हो गये हैं, उससे ऐसा लगने लगा है कि संगठन को कोई देखनेवाला नहीं है।

धनबाद। झारखंड के पुरोधा स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो के पुत्र और टुंडी के पूर्व विधायक राजकिशोर महतो नहीं रहे। बुधवार रात करीब 8.20 बजे उनकी धनबाद के जालान अस्पताल में मौत हो गयी। उन्हें मंगलवार को ही तबीयत बिगड़ने पर जालान अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

आदिवासी समुदाय के पवित्र प्रतीकों में शामिल तीर-धनुष के मुद्दे पर झारखंड का माहौल गरमाने लगा है। सबसे पहले दुमका के एक युवा ने यह मुद्दा उठाया और उसके बाद झामुमो विधायक के अलावा दूसरे लोगों ने इसका समर्थन कर इसे मुद्दा बना दिया है। सच्चिदानंद सोरेन नामक युवक ने 30 नवंबर को एक ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत