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कोरोना संकट के कारण पिछले 57 दिन से लॉकडाउन में चल रहे भारत में यदि आज की दो बड़ी समस्याओं के बारे में पूछा जाये, तो लोग महामारी के बाद प्रवासी मजदूरों की तकलीफों का ही नाम लेंगे, लेकिन शायद ही किसी ने उन मजदूरों की समस्या की तरफ ध्यान दिया है, जो अपने ही राज्य के दूसरे जिलों में या तो फंस गये हैं या अपने गांव लौटे हैं। इन्हें न तो कोई विशेष सहायता मिली है और न ही इनकी तकलीफों का किसी को आभास है।

आजाद सिपाही संवाददाता रांची। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर राज्य में भूख…

आजाद सिपाही संवाददाता रांची। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने पीएम केयर्स फंड में मिली और खर्च की गयी…

आजाद सिपाही संवाददाता रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने शुक्रवार को विधानसभाध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो को पत्र लिखकर बाबूलाल…

पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र नारायणपुर स्थित मस्जिद में नमाज अदा करने की सूचना मिलने पर पिुड्राजोरा पुलिस जांच के लिए मौके पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि नमाज अदा करने के लिए लगभग एक सौ की संख्या में लोग एकत्रित हुए हैं। पुलिस ने लोगों को समझाया कि अभी लॉकडाउन लगा हुआ है, इसलिए भीड़ लगाना सही नहीं है।

धनबाद एसएसपी अखिलेश बी वारियर ने अपराध नियंत्रण व विधि व्यवस्था को लेकर कई पुलिस निरीक्षकों का तबादला कर दिया है। जिन पुलिस पदाधिकारियों को इधर से उधर किया गया है उनमें कतरास सर्किल के पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह को निरसा की थाना प्रभारी कमान दी गई।

महुदा पुलिस अंचल के भाटडीह ओपी क्षेत्र के कुमारडीह निवासी तारापद धीवर की 25 वर्षीय पुत्री ने बदन में आग लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना गुरूवार रात्री करीब 2:00 बजे की है। घटना की खबर पाकर मुखिया संपत घोषाल वहां पहुंचे एवं घटना की सूचना भाटडीह ओपी को दिया। ओपी प्रभारी हेमन राम शुक्रवार की सुबह करीब 8:00 बजे घटनास्थल पर पहुंचे एवं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए धनबाद पीएमसीएच भेज दिया।

राजधानी रांची स्थित झारखंड अग्निशमन सेवा मुख्यालय के भवन में शुक्रवार को आग लग गई। मुख्यालय में लगी आग को बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। क्योंकि मुख्यालय के दूसरे तल पर स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आग लगी थी। हालांकि अग्निशमन कर्मियों ने जल्द ही आग पर काबू पा लिया।

राज्य में मैट्रिक और इंटर के परीक्षार्थियों की कॉपियों की जांच इसी महीने शुरू हो सकती है. झारखंड एकेडमी काउंसिल (जैक) ने इसके लिए शिक्षा विभाग से अनुमति मांगी थी. विभाग ने इसका प्रस्ताव आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा था. अब सरकार के स्तर से कापियों जांच की अनुमति दे दी गयी है. इस आशय का पत्र गुरुवार को जैक को प्राप्त हो गया

आज से करीब सवा दो सौ साल पहले 1781 में जब गवर्नर जनरल लॉर्ड कॉर्नवालिस ने भारत में पुलिस प्रणाली की स्थापना की थी, तब उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि दुनिया भर में चर्चित उनका यह प्रयोग खुद की वर्दी पर बदनामी के इतने दाग लगा लेगा। भारत में आम जनता के बीच पुलिस की छवि एक ऐसी खौफनाक संगठन की बनती जा रही है, जो आम लोगों की दोस्त नहीं, शोषक है।

हाल के दिनों में मीडिया की सुर्खियों में आये मनोज गुप्ता की पुलिस विभाग में पहुंच-पैरवी की एक बानगी और सामने आयी है। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि उसने रांची के साइबर थाना तक अपनी पहुंच बना ली थी।