झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान गति पकड़ चुकी है। पहले ही चरण के चुनाव प्रचार अभियान में भाजपा ने बह्मास्त्र छोड़ दिया है। एक ओर जहां भाजपा की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री और भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी और भोजपुरी स्टार रवि किशन सभा कर चुके हैं। वहीं, दूसरी ओर विपक्ष अब तक अपने राज्य के नेताओं के भरोसे ही प्रचार अभियान में सिमटा है। तल्ख सच्चाई है कि राष्टÑीय पार्टी कांग्रेस के स्टार प्रचारकों का अब तक पता नहीं है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बुलाये जाने की बात तो कही जा रही थी, पर सच्चाई यही है कि प्रथम चरण के चुनाव में न सोनिया के आने की सूचना है और न ही राहुल के। इसका सीधा-सीधा असर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पड़ रहा है। राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जेल में हैं। तेजस्वी यादव अब तक प्रचार के लिए झारखंड नहीं आये हैं। झामुमो में अकेले हेमेत सोरेन पर मोर्चा संभाल रहे हैं। अब तक गठबंधन के नेता कही एक मंच पर नहीं जुट सके हैं। सब अलग-अलग गदा भांज रहे हैं। पेश है राजनीतिक दलों के प्रचार वार को फोकस करती दीपेश कुमार की रिपोर्ट।