दृश्य सिर्फ दृश्य नहीं होते। कई बार वे बदलाव की बयार को समझने का औजार भी होते हैं। और इसे देखने-परखने और समझनेवाला सुदेश जैसा शख्स हो, तो फिर समझने में कोई चूक रह गयी हो, इसकी संभावना बेहद कम होती है। चंदनकियारी के दौरे पर गये सुदेश महतो ने स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो की प्रतिमा का अनावरण कर जैसे क्षेत्र की जनता का हृदय स्पर्श कर लिया। इस पूरी यात्रा में सुदेश के चेहरे पर मौसम की तरह कई रंग आये और गये और अंत में छा गयी वह मुस्कान, जिसमें उन्हें चंदनकियारी के विधायक रहे और पार्टी उपाध्यक्ष उमाकांत रजक का भविष्य बदलता दिख रहा था। चंदनकियारी के राजनीतिक हालात पर नजर डालती दयानंद राय की रिपोर्ट।