मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि शहीद सोबरन सोरेन के शहादत दिवस पर बरलंगा के लुकैयाटांड में हर साल की भांति इस साल भी एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस पवित्र भूमि को झारखंड का हर व्यक्ति जानता है। यह वही भूमि है, जहां से अलग झारखंड राज्य के लिए, मूलवासी-आदिवासी के लिए, जल, जंगल, जमीन के लिए क्रांतिकारी आवाज बुलंद हुई थी।