जम्मू: सीमा सुरक्षा बल ने आज कहा कि जिस जवान ने एक वीडियो में नियंत्रण रेखा पर जवानों को घटिया गुणवत्ता का भोजन परोसे जाने का दावा किया है, उसका अनुशासनहीनता और एक वरिष्ठ अधिकारी पर बंदूक तानने के लिए 2010 में कोर्ट मार्शल किया गया था। इसके बावजूद उन्होंने इन आरोपों की गहन जांच का आश्वासन दिया।
बल के महानिरीक्षक डी.के. उपाध्याय ने यहां संवाददाताओं को बताया, “एक उच्च स्तरीय जांच चल रही है क्योंकि बीएसएफ ने उस कांस्टेबल द्वारा लगाए गए आरोपों को बहुत गंभीरता से लिया है।’’ “हालांकि, प्रथम दृष्टया यह पाया गया कि उस जगह पर तैनात दूसरे किसी जवान को वहां दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता को लेकर कोई समस्या नहीं थी।’’ महानिरीक्षक ने कहा कि पूर्व में उस शिविर का दौरा करने वाले डीआईजी स्तर के अधिकारियों को इस तरह की कभी कोई शिकायत नहीं मिली जैसी शिकायत कांस्टेबल तेज बहादुर यादव ने की है। “यहां तक कि यादव ने भी डीआईजी के वहां जाने पर उनसे कोई शिकायत कभी नहीं की।’`