नई दि्ल्ली: आम आदमी पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शायद अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से प्रभावित होकर ऐसा कर रहे हैं। एक मीडिया सर्वे में पंजाब में आम आदमी पार्टी को हारता देख केजरीवाल ने मीडिया पर दोषारोपण करना शुरू कर दिया। उन्होंने पत्रकारों पर आरोप लगाते हुए पेड/फेक न्यूज की बात कही।
रविवार रात केजरीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘यहां पत्रकारों के वेश में कुछ सत्ता के दलाल हैं, समय आ गया है कि उन्हे जनता के सामने एक्सपोज किया जाए। बगैर पैसे लिए इस तरह का सर्वे के ऐसे नतीजे संभव नहीं है, यह बेशर्मी की हद है।’
पत्रकार की खाल में कुछ दलाल घूम रहे हैं। समय आ गया है अब इनका नाम लेकर जनता में इनकी पोल खोलने का
समय आ गया जब मीडिया के भ्रष्टाचार पर खुल के चर्चा हो, नाम ले ले कर चर्चा हो, किसके पास कितनी सम्पत्ति है, किसका पैसा किस चैनल में लगा है
केजरीवाल की पार्टी के सदस्य आशुतोष ने भी इस सर्वे पर ट्वीट किया, जिसके नतीजों के मुताबिक पंजाब चुनाव में पार्टी 14 से 19 सीटों पर सिमट जाएगी।
अपने मालिकों के सामने सिर झुकाकर सच को झूठ और झूठ को सच लिखने और दिखाने वाले पत्रकार को क्या कहा जाये ? दलाल या पत्रकार !!
आम आदमी पार्टी के लिए 4 फरवरी को पंजाब और गोवा में होने वाली वोटिंग बेहद अहम है। इन दो राज्यों में होने वाले चुनाव यह तय करेंगे कि पार्टी राष्ट्रीय पार्टी के रूप में उभर सकती है या नहीं।
केजरीवाल यहीं नहीं रुके। आज किसी ने उन्हें ट्विटर पर कहा कि किसी भी मुद्दे पर राय अलग हो सकती है, तो वह इसपर भी भड़क गए और जवाबी ट्वीट में उन्होंने सहमति और असहमति के पैमाने पर सवाल उठाए।
केजरीवाल ने मीडिया पर बरसते हुए यह भी लिखा कि जैसे बीजेपी और अकाली दल एक-दूसरे को बचाते हैं, वैसे ही पत्रकार भी एक-दूसरे की दलाली को बचाते हैं।
पत्रकारों में बड़ी दोस्ती है। कोई पत्रकार दलाली करे तो आप जैसे सारे उसे बचाने के किए कूद पड़ते हैं। अपने दोस्तों की दलाली नहीं दिखती?