रांची: मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने निर्देश दिया है कि पूरे राज्य में धान खरीद कार्य 20 दिनों में शुरू कर दिया जाये। यह सुनिश्चित हो कि सभी बीज उत्पादक किसानों को बीज क्रय के 48 घंटे के अंदर भुगतान हो जाये। इसके लिए जिला स्तर पर बीज उत्पादक किसानों से पत्राचार किया जाये तथा निबंधित किसानों का आधार एवं खाता नंबर के संग्रह का काम बीज क्रय के पहले किया जाये, ताकि क्रय किये गये बीजों का भुगतान समय पर हो सके। वह बुधवार को कृषि विभाग के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दे रही थीं।
3 लाख क्विंटल खरीफ बीज का उत्पादन सरकार खरीदेगी
सीएस ने कहा कि जहां-जहां मार्केटिंग बोर्ड के गोदाम हैं, वहां बीजों को रखने की माकूल व्यवस्था तकनीक आधार पर सुनिश्चित की जाये, ताकी बीज संक्रमित न हों। अन्य गोदामों को भी बीज संग्रहण के लिए टैगिंग किया जाये। विभाग द्वारा जानकारी दी गयी कि इस वर्ष राज्य में 3 लाख क्विंटल बीज की पैदावार हुई है। बीजों की हार्वेस्टिंग का कार्य पूरा हो गया है।
खेती के लिए कलस्टर वार योजना बनायें
सीएस ने निर्देश दिया कि आगामी बजट में विशेष फसल योजना का प्रावधान शामिल है। उसे सफल बनाने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों में अलग-अलग फसलों की खेती के लिए वातावरण के अनुकूल योजना बनायें। उन्होंने कहा कि मूंगफली, राजमा, तिल आदि की खेती के लिए कलस्टर वार योजना बनायें। मूंगफली के लिए लातेहार, गढ़वा के सभी प्रखंडों में 50-50 हेक्टेयर के कलस्टर की कार्ययोजना बनायें, ताकि अगले वित्त वर्ष में खेती समय पर शुरू हो सके। रासायनिक खाद की अनुज्ञप्ति आर्या में लगे युवकों को दें।
300 युवकों को खाद की अनुज्ञप्ति
विभाग ने बताया कि अब तक आर्या के 300 युवकों को खाद की अनुज्ञप्ति दी जा चुकी है। सीएस ने निर्देश दिया कि जिन गांवों में वाटर बाडीज है, अथवा न्यूनतम सिंचाई के साधन हैं, उनकी मैपिंग करें तथा संबंधित पंचायत के मुखिया के माध्यम से इलाके में सभी सिंचाई युक्त जमीन पर खेती करायें। उन्होंने निर्देश दिया कि धान बिक्री करनेवाले किसानों का निबंधन आत्मा केंद्रों में किया जाये, ताकि धान खरीद समय पर हो सके। उन्होंने 30 दिसंबर तक किसानों के निबंधन और मृदा नमूना संग्रहण कार्य पूरा करने को कहा। बैठक में सचिव कृषि विभाग नितिन मदन कुलकर्णी, कृषि निदेशक जटाशंकर चौधरी सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।