राहुल सिंह
रांची। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और झारखंड में लोकसभा चुनाव के प्रभारी मंगल पांडेय ने कहा कि देश के उत्थान की जो योजना प्रधानमंत्री के मन में है, उसे लोगों तक पहुंचाना पहला लक्ष्य है, ताकि जनता को यह पता चले कि भविष्य का भारत कैसा होगा और वर्तमान का भारत नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैसा गढ़ा गया है। इसके माध्यम से लोगों का सहयोग और समर्थन भी प्राप्त करना उद्देश्य है। केंद्र और राज्य की योजनाओं को हर बूथ और हर दरवाजे तक पहुंचाना है। इसी रणनीति के तहत भाजपा काम कर रही है। पूरा विश्वास है कि संगठन के माध्यम से सरकार और नेतृत्व के संदेशों को भाजपा के कार्यकर्ता हर दरवाजे तक पहुंचा कर ही दम लेंगे।
केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के आधार पर झारखंड में पार्टी सभी 14 लोकसभा सीटों पर जीत का परचम लहरायेगी। मंगल पांडेय तीन दिवसीय दौरे पर रांची आये हुए हैं। इस दौरान वह लोकसभा की 14 सीटों पर जीत के लिए मंथन कर रहे हैं। इसी बीच मंगलवार को आजाद सिपाही से राजकीय अतिथिशाला में सुबह नौ बजे बातचीत करते हुए 14 लोकसभा सीटों पर जीत का मंत्र भी साझा किया। मंगल पांडेय ने पहलुओं पर अपनी बेबाक राय रखी।
मंगल पांडेय ने कहा कि एनडीए गठबंधन के लिए विपक्षी दलों का होनेवाला महागठबंधन कोई चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में इससे पहले भी तीन बार इस तरह के गठबंधन को लोगों ने आजमाया है और अब वह इस मूड में नहीं हैं। महागठबंधन का प्रयोग 1977 और 1996 में भी किया गया, जिसे लोगों ने एक सिरे से खारिज कर दिया था। जनता को पता है कि इस तरह के गठबंधन से कमजोर प्रधानमंत्री मिलता है। अगर देश को कमजोर प्रधानमंत्री मिलता है, तो इसका खामियाजा और नुकसान देश को उठाना पड़ता है। हमारे देश की जनता किसी भी तरह के नये प्रयोग को लेकर तैयार नहीं है। कारण जनता देख चुकी है कि गठबंधन की सरकार लूटने के लिए बनती है। आज एनडीए का गठबंधन काफी मजबूत है। इस गठबंधन ने काम करके दिखाया है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम भी किया जा रहा है। सामने का गठबंधन बिखरा हुआ है। उसे मालूम भी नहीं है कि नेता कौन है। हमारे गठबंधन में स्पष्ट है कि अगला नेता भी नरेंद्र मोदी ही होंगे। लेकिन महागठबंधन में कोई नाम नहीं है। अगर कोई नाम ले ले, तो पता नहीं कितने दल अलग हो जायेंगे।
मंगल पांडेय ने कहा कि महागठबंधन में स्पष्टता नहीं है। साफ नीयत नहीं है। नीति स्पष्ट नहीं है। नेतृत्व भी नहीं है। अभी तक गठबंधन का खाका तक स्पष्ट नहीं है। इससे स्पष्ट है कि जनता उसके साथ जायेगी, जो देश को स्थायी और मजबूत सरकार दे। एक सवाल पर मंगल पांडेय ने कहा कि साढ़े चार साल की केंद्र सरकार और झारखंड में रघुवर सरकार के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। इस सरकार ने आदिवासी समाज के लिए काफी कुछ काम किया है। संथाल में बड़ी संख्या में आदिवासी रहते हैं। उनकी सच्चाई को समझते हुए सरकार ने योजनाएं बनायीं। इसी कारण संथाल की जनता भी भाजपा के साथ दिख रही है। उस समाज में भी भाजपा की स्वीकार्यता बढ़ी है।
आदिवासी समाज के नाम पर राजनीति करनेवाले लोगों ने किस तरह भ्रष्टाचार में लिप्त रह कर संपत्ति उगाही की है, यह संथाल की जनता जानती है। आदिवासी समाज के नाम पर राजनीति कर खजाना भर लिया, इसे जनता ने देखा है। इस कारण स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है कि वह समाज उनके साथ नहीं जायेगा, जिन्होंने भ्रष्टाचार के माध्यम से राज्य को लूटने का काम किया है। भाजपा सबका साथ, सबका विकास के मूलमंत्र पर काम कर रही है।
मंगल पांडेय भी पार्टी का एक कार्यकर्ता
एक सवाल पर कहा कि मंगल पांडेय भी भाजपा का एक कार्यकर्ता है। पार्टी का काम और जनता की सेवा वर्षों से करता आया हूं। आगे भी करूंगा। नेक काम और नेक इरादे के साथ आगे बढ़े हैं, तो सफलता जरूर मिलेगी। मंगल पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद को प्रधान सेवक मानते हैं। ऐसे में लोगों का रुझान बीजेपी की तरफ बढ़ा है। 12 सीट पहले से भाजपा के पास है। दुमका और राजमहल सीट बीजेपी के खाते में आये, इसके लिए उन इलाकों में कल्याणकारी योजनाएं सही तरीके से पहुंचे, इसे सुनिश्चित किया जा रहा है।
70 सालों की डिमांड भाजपा ने पूरी की
झारखंड लोकसभा प्रभारी मंगल पांडेय ने सवर्णों को आरक्षण का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को आरक्षण देने का निर्णय कर सबका साथ, सबका विकास के संकल्प को साकार करने का प्रयास किया है। विगत 70 सालों से इसकी डिमांड हो रही थी। समय के साथ सबने इस घाव को कुरेदा, लेकिन पहली बार मोदी सरकार ने सवर्णों को मरहम लगाया है। इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद। एक सवाल पर कहा कि इसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है। लोकसभा के बाद इसे राज्यसभा में पेश किया जायेगा। साथ ही विभिन्न राज्यों की विधानसभा से भी इसे पारित कराया जायेगा।