रांची। पारा शिक्षकों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत हल्ला बोल पोल खोल कार्यक्रम के तहत पारा शिक्षकों ने राज्य के विभिन्न जिलों में भाजपा कार्यालयों का घेराव करते हुए जमकर सरकार विरोधी नारे लगाये। इसके बाद सरकार के नाम मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया।
बता दें कि सुबह से ही पारा शिक्षकों का जुटान धनबाद, पलामू, लातेहार, गढ़वा, चंदवा, रामगढ़ समेत अन्य जिलों में होने लगा था। धनबाद में जिला परिषद मैदान्से सैकड़ों की संख्या में पारा शिक्षक एकजुट होकर रणधीर वर्मा चौक तक आये। यहां से हीरापुर भाजपा कार्यालय पहुंचे। वहां पर भाजपा कार्यालय के आगे सड़क पर ही पारा शिक्षक बैठ गये। वहीं, रामगढ़ में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले भाजपा जिला कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया।
इसके बाद एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने मुख्यमंत्री के नाम भाजपा जिला कार्यालय जाकर जिलाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा। रामगढ़ के प्रदर्शन में जीतेंद्र कुमार, रोहित बेदिया, मोहित मुंडा, सीलोन भारती, माया मिश्रा, , पूनम, रेणु, हेमंती, भरत भूषण, नगमा, कमलेश, रमेश, सुमित्रा, बसंत ठाकुर, विद्या सिन्हा अदि शमिल थे।
पारा शिक्षकों ने सरकार के नाम सौंपे गये ज्ञापन के जरिये अन्य राज्यों की तरह स्थानीयकरण और वेतनमान की मांग की। साथ ही शिक्षकों पर जो मामले दर्ज है, उसे अविलंब वापस लेने, आंदोलन के दौरान मृत पारा शिक्षकों के परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की गयी।
हड़ताल जारी : पारा शिक्षक बीते 16 नवंबर से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। सरकार से हुई बातचीत में भी सकारात्मक पहल नहीं होने के बाद हड़ताल अभी तक जारी है। धनबाद जिला अध्यक्ष अश्विनी कुमार सिंह ने कहा कि अमित शाह झारखंड दौरे पर आ रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के झारखंड दौरे के दौरान विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रदेश प्रतिनिधियों से बातचीत चल रही है।
हेमंत सोरेन से मिलकर सौंपा ज्ञापन : इधर संघर्ष यात्रा को लेकर शनिवार को नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन पलामू में थे। पारा शिक्षकों ने उनसे न्याय की गुहार लगायी। लातेहार में पारा शिक्षको ने हेमंत सोरेन से मिलकर ज्ञापन सौंपा। संघर्ष यात्रा के दौरान पलामू जाने के क्रम में पारा शिक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपनी मांगों से अवगत कराया। पारा शिक्षकों ने मांग की कि झामुमो उनकी मांगों को प्रमुखता से सदन में उठायें। हेमंत सोरेन ने पारा शिक्षकों से कहा कि उनकी मांगें जायज है, जिसे सरकार को मान लेनी चाहिए। भाजपा के निरंकुश शासन से किसी का भला होने वाला नही है।