बालूमाथ। केंद्र सरकार की मजदूर और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ सैंकड़ों किसान मजदूरों ने बालूमाथ के चितरपुर-धाधु आदि पंचायतों में कार्य बंद कर हड़ताल और धरना-प्रदर्शन किया। इसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष अयुब खान, सचिव बालेश्वर उरांव ने किया। मौके पर अयुब खान ने कहा है कि हड़ताल से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हुआ है। रेलवे एवं उद्योग के कामकाज पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के मुद्दों पर एवं उनकी 12 सूत्री मांगों पर सरकार ने अबतक कोई ध्यान नहीं दिया। सितंबर 2015 के बाद केंद्र सरकार ने यूनियनों से एक बार भी बात नहीं की। नेताओं ने सरकार पर श्रमिकों के प्रतिकूल नीतियां अपनाने का भी आरोप लगाया है। वहीं शोभन उरांव, हनुक लकड़ा ने भी अपना-अपना विचार रखें। इस अवसर पर अरुण उरांव, परमेश्वर उरांव, इलयाजर लकड़ा, पतरस लकड़ा, सोमरा उरांव, प्रेम दास लकड़ा, राजू उरांव, राजेश उरांव, लक्षमण मांझी, बोलको देवी, साधन उरांव, हरगोविंद उरांव, संजय उरांव, बीरेंद्र उरांव समेत कई लोग शामिल थे।

संयुक्त मोर्चा ने निकाली बाइक रैली
गिद्दी। अरगड़ा क्षेत्र में हड़ताल को सफल बनाने के लिए संयुक्त मोर्चा ने मोटरसाइकिल जुलूस निकाली और मजदूरों से अपील करते हुए कहा कि हड़ताल को सफल बनायें।

बरकाकाना: इसीआरकेयू ने निकला कैंडल मार्च, दिया नैतिक सर्मथन
बरकाकाना। विभिन्न केंद्रिय श्रम संगठनों द्वारा 8 और 9 जनवरी के हड़ताल को अपना नैतिक समर्थन देने के उद्देश्य से पूर्व मध्य रेलवे कि एक मात्र मान्यता प्राप्त रेलवे यूनियन इसीआरकेयू ने बरकाकाना में युवा रेलकर्मियों के अगुवाई में कैंडल मार्च निकाला गया। इसीआरकेयू की बरकाकाना शाखा के शाखा सचिव सह एआइआरएफ के जोनल सचिव ओपी शर्मा, अध्यक्ष मो. वहाब और युवा समिति के अध्यक्ष सूरज कुमार ने विभिन्न विभागों के रेलकर्मियों को एकाकृत कर इंकलाबी नारों के साथ कैंडल मार्च निकाला। मौके पर कमल खलको, आदित्य कुमार, सकिल अहमद, शिबू बरूआ, दीपक बरूवा, उपेंद्र, दीपक मोइत्रा, अनिल तिवारी, अशर्फी प्रसाद, रामचंद्र, अजय, एचएन पी सिन्हा, जावेद अख्तर, आरपी यादव सहित कई लोग मौजूद थे ।

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