रांची। खेलगांव में हुआ स्किल समिट एक छत के नीचे 1.06 लाख युवाओं के रोजगार का गवाह बना। रोजगार पानेवाले युवाओं के चेहरे दमक रहे थे। खुशियां बरस रही थीं। आलम यह था कि अतिथियों के भाषण के दौरान तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा स्टेडियम गूंजता रहा। इसमें केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि झारखंड में विश्व की अर्थव्यवस्था को संभालने की ताकत है। कहा कि संविधान निमार्ताओं ने दबे-कुचले तबके के लिए आरक्षण की व्यवस्था की थी, लेकिन सामाजिक पिछड़ेपन के कारण जाति के आधार पर देश में आरक्षण की व्यवस्था नहीं थी।

आजादी के 70 साल बाद सामने आया कि गरीबी का कोई धर्म या संप्रदाय नहीं होता। लोग गरीबी के चलते आगे नहीं बढ़ पाते, क्यों न गरीबी के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था की जाये। इसके बाद केंद्र सरकार ने गरीब सवर्णों के लिए 10 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की। इसके बाद लोगों ने पूछा कि नौकरी कहां है कि आप आरक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि रांची में ग्लोबल समिट का यह आयोजन उनके लिए जवाब है। प्रधान ने कहा कि दुनिया के संपन्न देशों में कामगारों की जरूरत है। कृषि, खनन, उद्योग, निर्माण, पर्यटन, संस्कृति उद्योग से जुड़ी मांगों को झारखंड के युवा ही पूरा कर सकते हैं।

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