नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साफ तौर पर कहा कि भाजपा को आनेवाले चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के इरादे से मैदान में उतरना है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आत्मबल बनाये रखने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा की सरकार खराब है या काम नहीं कर रही है, तो फिर विपक्षी दलों को गठबंधन करने की जरूरत क्यों पड़ रही है। सारे विपक्षी दल इकट्ठा होकर केवल भाजपा को हराना चाहते हैं। देश की जनता ऐसा नहीं होने देगी। मोदी ने कहा कि उन्हें (विपक्ष) अपना साम्राज्य खड़ा करना है, हम जनता को सशक्त करना चाहते हैं। भाजपा बीजेपी देश की सेवा करने के लिए है, जबकि दूसरी ओर अवसरवादी गठबंधन हैं, वंशवादी पार्टियां हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के खिलाफ गठबंधन अल्पकालिक है और संबंधित दल ये गठबंधन अपने फायदों के लिए कर रहे हैं। उन्होंने तमिलनाडु में पांच संसदीय सीटों के बूथ स्तर के पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान कहा कि अन्य दलों की भांति हम बांटो और राज करो के लिए अथवा वोट बैंक बनाने के लिए राजनीति में नहीं हैं। हम यहां हर तरीके से देश की सेवा के लिए हैं। उन्होंने कहा कि विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आने वाले चुनाव भाजपा और देश के लिए अहम हैं। मोदी ने किसी का नाम लिये बिना कहा कि एक ओर हमारे पास विकासात्मक एजेंडा है, तो वहीं दूसरी ओर अवसरवादी गठबंधन हैं, वंशवादी पार्टियां हैं।

उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए सवाल किया, अगर मोदी इतना खराब है और सरकार काम नहीं कर रही है, तो यह गठबंधन क्यों। क्या आपको अपने ऊपर भरोसा नहीं होना चाहिए। वे जानते हैं कि यह काम करने वाली सरकार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा, किसान और महिलाओं सहित समाज के अनेक वर्गों का भाजपा सरकार के साथ मजबूत संबंध है।

मुंबई। लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए को मजबूत करने की कोशिशों में जुटी भाजपा को फिलहाल अपनी सबसे पुरानी सहयोगी शिवसेना से ही लोहा लेना पड़ रहा है। आम चुनाव में गठबंधन न होने की स्थिति में पूर्व सहयोगियों को भी हराने वाले अमित शाह के बयान पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ठाकरे ने रविवार को कहा कि अभी शिवसेना को हराने वाला पैदा नहीं हुआ है। शाह के बयान की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा, मैंने किसी से पटक देंगे जैसे शब्द सुने हैं। शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ। शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में भाजपा के साथ है। ठाकरे यहां वर्ली इलाके में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले मोदी लहर पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, शिवसेना ने अपनी यात्रा में कई लहरें देखी हैं।

बता दें कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कुछ दिनों पहले ही महाराष्ट्र के लातूर में कहा था कि अगर गठबंधन हुआ, तो पार्टी अपने सहयोगियों की जीत सुनिश्चित करेगी, लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में अपने पूर्व सहयोगियों को हरायेगी। अमित शाह के संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मंच पर मौजूद थे।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा से उलट शिवसेना ने चुनावों के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया है, ताकि उनका पर्दाफाश किया जा सके, जो हमेशा इसका उपयोग चुनावी मुद्दे के लिए करते हैं। ठाकरे ने कहा, हमें बताइये कि कांग्रेस किस प्रकार मंदिर निर्माण में बाधा डाल रही है। कांग्रेस को अपनी करनी का फल 2014 में मिल गया। पार्टी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का भी पद नहीं मिल सका। गौरतलब है कि शनिवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर को लेकर कहा था कि कांग्रेस इसमें अड़ंगा लगाने में जुटी है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन में जगह नहीं मिल पाने के बाद बौखलायी कांग्रेस ने रविवार को अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने कहा कि वह उत्तरप्रदेश की सभी 80 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी और चुनाव में आश्चर्यजनक प्रदर्शन करेगी। इस बीच, ऐसी भी खबरें हैं कि कांग्रेस राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव के संपर्क में है। हालांकि कहा जा रहा है कि यहां भी सीटों को लेकर पेंच फंसा है। बता दें कि शनिवार को सपा और बसपा ने मिल कर राज्य में 38-38 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इस गठबंधन में कांग्रेस को कोई जगह नहीं दी गयी है, हालांकि अमेठी और रायबरेली सीट पर गठबंधन कांग्रेस के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगा।

कांग्रेस महासचिव और उत्तरप्रदेश के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने यहां पार्टी की आधिकारिक प्रेस कांफ्रेंस में लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तरप्रदेश में सभी 80 सीटों पर पूरी ताकत के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। आजाद ने यह भी कहा कि देश में होनेवाले चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होना है, जिसके लिए पार्टी ने अपनी तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर भी मौजूद थे।

इससे पहले माना जा रहा था कि कांग्रेस उत्तरप्रदेश में सपा-बसपा के साथ होने वाले गठबंधन में हिस्सेदार बन सकती है। ऐसा कहा जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी को महागठबंधन में हिस्सेदारी दी जा सकती है, लेकिन शनिवार को सपा-बसपा द्वारा गठबंधन का ऐलान किये जाने के बाद इन संभावनाओं पर विराम लग गया। हमारी तैयारी पूरी है और जो भी दल भाजपा को हराने के लिए हमारे साथ आना चाहते हैं, उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि 2009 लोकसभा चुनाव की तुलना में कांग्रेस को दोगुनी सीटें मिलेंगी। बता दें कि 2009 के लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं।

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