रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर कार्यपालक आदेश के तहत 23 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का आदेश दिया है। बताते चलें कि इससे पहले भी 2014 तक पिछले कई वर्षों में 23 जनवरी को नेताजी की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश दिया जा रहा था। परंतु वर्ष 2015 से 2019 तक 23 जनवरी के दिन मिलने वाली छुट्टी बंद हो गयी थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी समीक्षा करते हुए इस वर्ष 23 जनवरी के दिन कार्यपालक आदेश के तहत सार्वजनिक अवकाश दिये जाने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड नेताजी सुभाष चंद्र बोस की कर्मभूमि भी रही है। भारत को आजादी दिलाने में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। हम सबों को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युवा को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पद चिह्नों पर चलकर राज्य और देश सेवा में अपना योगदान करना चाहिए।
सीएम के आदेश के बाद कार्मिक विभाग ने इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी है।
बता दें कि इससे पहले कार्मिक विभाग ने बिना किसी फैसले के नेताजी की जयंती पर होनेवाले अवकाश को रद्द करने की घोषणा की थी। इस फैसले का चौतरफा विरोध होने के बाद मुख्यमंत्री के स्तर से इस पर आदेश जारी किया गया।
स्वास्थ्य, शिक्षा और जन-कल्याण पर जोर देने का निर्देश
इधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चतरा जिले की स्वास्थ्य सेवा संबंधी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए कहा कि चतरा के उपायुक्त तत्काल अधीन भुइयां के इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्त स्वास्थ्य, शिक्षा और जन-कल्याण पर जोर देते हुए प्रशासन को जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनायें। उन्होंने कहा कि इसमें कोई कोताही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी।