रांची। मांडर से झाविमो के विधायक बंधु तिर्की को पार्टी ने मंगलवार को निष्कासित कर दिया। बंधु पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप है। इस संबंध में बंधु से स्पष्टीकरण मांगा गया था, पर तय समय तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं देने पर बंधु तिर्की पर यह कार्रवाई की गयी। वहीं, इस संबंध में बंधु तिर्की ने कहा कि मुझे अभी जानकारी मिली है कि स्पष्टीकरण ना देने के कारण मुझे पार्टी से निकाल दिया गया है। लेकिन मेरे प्रतिनिधि स्पष्टीकरण पत्र लेकर आॅफिस का चक्कर काटते रह गये। किसी ने रिसीव नहीं किया।
पार्टी प्रत्याशी शोभा यादव के खिलाफ काम करने का आरोप
पार्टी से निष्कासित होने के बाद बंधु तिर्की अब निर्दलीय विधायक हो गये हैं। ऐसे में बंधु तिर्की किसी भी पार्टी में जाने के लिए अब स्वतंत्र हैं। बताते चलें कि झाविमो प्रमुख बाबूलाल ने बंधु तिर्की को 17 जनवरी को नोटिस जारी किया था। विधानसभा चुनाव में हटिया से पार्टी प्रत्याशी शोभा यादव के खिलाफ काम करने के मामले में बंधु से स्पष्टीकरण मांगा था। आरोप है कि बंधु ने कांग्रेस प्रत्याशी अजयनाथ शाहदेव के लिए काम किया। झाविमो के विधायक बंधु तिर्की को 48 घंटे का समय दिया गया था जवाब देने के लिए। पर बंधु तिर्की ने इसका कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया।
नयी कार्यसमिति में भी बंधु को बनाया गया था केवल सदस्य
बंधु तिर्की पर की गयी कार्रवाई और नयी कार्यसमिति में उनके साथ विधायक प्रदीप यादव को किसी भी तरह का पद नहीं देने के बाद अब झाविमो का भाजपा में विलय की कवायद से जोड़ कर देखा जा रहा है। बंधु तिर्की भाजपा में विलय का लगातार विरोध कर रहे थे। दरअसल, 17 जनवरी को झारखंड विकास मोर्चा ने नई कार्यसमिति घोषित की थी। झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को सिर्फ कार्यसमिति का सदस्य बनाया था। पहले की कमेटी में प्रदीप यादव प्रधान महासचिव और बंधु तिर्की केंद्रीय महासचिव थे। कार्यसमिति में प्रदीप यादव की जगह मरांडी के खास माने जाने वाले जमशेदपुर के अभय सिंह को प्रधान महासचिव बनाया गया है।
बाबूलाल से मुझे मुक्ति मिली : बंधु
रांची। मांडर विधायक बंधु तिर्की ने अपने निष्कासन पर कहा कि उन्हें बाबूलाल मरांडी से मुक्ति मिल गयी। यह उनके लिए बड़ी राहत है। उन्होंने कहा कि वह आगे की रणनीति अपने समर्थकों के साथ बैठक कर तय करेंगे। इधर झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने कहा है कि बंधु तिर्की के साथ इंसाफ नहीं हुआ है।