अजय शर्मा
रांची। हेमंत सरकार की टीम में स्वच्छ छवि के अधिकारी शामिल रहेंगे। ईमानदार छवि के अधिकारियों को अच्छे पदों पर पदस्थापित किया जायेगा। पिछली सरकार में मलाईदार पद पर रहे अफसरों की छुट्टी तय है। कुछ पर तो गाज भी गिर सकती है। सीएम हेमंत सोरेन ने इसके संकेत दिये हैं। नयी सरकार महत्वपूर्ण पदों पर वैसे अधिकारियों को बैठाना चाहती है, जो बेदाग हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गये तीन आइएएस अधिकारियों को वापस भी बुलाया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार अगले 10 दिनों में 11 जिलों के एसपी बदले जा सकते हैं। पत्थलगड़ी मामले में जूनियर पुलिस अधिकारियों पर भी गाज गिरेगी। साथ ही इसाई मिशनरियों के विरुद्ध कार्रवाई का अभियान चला रहे जूनियर अधिकारी भी नपेंगे। इसकी सूची भी तैयार की जा रही है। इसाई धर्मावलंबियों की कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं के विरुद्ध कार्रवाई की गयी, इसकी शिकायत सीएम से की गयी है। पत्थलगड़ी मामले में भी जब सरना समिति के लोग सीएम से मिलने गये थे, तो मुख्यमंत्री ने यह साफ कहा थ कि वे इसी माटी का बेटा हैं। यहां क्या कुछ हो रहा है, उन्हें पता है। अब यह स्थिति नहीं होगी।
जानकारी के अनुसार, सबसे बड़ा फेरबदल पुलिस महकमे में होगा। कोयला उत्पादन क्षेत्र के एसपी और डीआइजी बदले जायेंगे। जान-बूझकर हाशिये पर डाले गये अफसरों के दिन बदलने के आसार हैं। दल विशेष के लिए काम करनेवाले अफसर नपेंगे। हेमंत इस बार कोई रिस्क लेनेवाले नहीं हैं। लिहाजा अधिकारियों का पदस्थापन करने में सावधानी बरती जायेगी।
डीजी रैंक के पांचवें अफसर झारखंड पहुंचे
झारखंड में डीजी के दो कैडर पोस्ट है। इसके विरुद्ध राज्य सरकार ने डीजी का दो नन कैडर पोस्ट भी बना दिया। अभी डीजी रैंक के चार अधिकारी पदस्थापित हैं। इनमें डीजीपी कमल नयन चौबे, डीजी मुख्यालय पीआरके नायडू, डीजी विजिलेंस नीरज सिन्हा, डीजी होमगार्ड एमवी राव शामिल हैं। अब डीजी रैंक के अधिकारी वीएस देशमुख भी झारखंड आ चुके हैं। अभी वह पदस्थापन की प्रतीक्षा में हैं। लिहाजा डीजी रैंक का एक और पद बनाने की कवायद हो सकती है।

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