रांची। सोमवार को मुख्यमंत्री के काफिले पर हमला करने के मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिये गये हैं। इस मामले की जांच के लिए मंगलवार को उच्चस्तरीय कमेटी बना दी गयी है। दो सदस्यीय कमेटी की अध्यक्षता एक आइएएस अधिकारी करेंगे। इस कमेटी में एक आइजी स्तर के अधिकारी को भी रखा गया है। कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। सरकार ने घटना को पूरी गंभीरता से लिया है। सरकार ने चार जनवरी की घटना पर रांची के डीसी छवि रंजन और एसएसपी सुधीर कुमार झा को शो कॉज जारी किया है। हालांकि सरकार का मानना है कि पुलिस ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए सीएम के काफिले को सुरक्षित आवास तक पहुंचाया। सीएम के काफिले पर हमला करने के आरोप में रांची पुलिस ने पूछताछ के लिए 36 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस किशोरगंज चौक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाल रही है। इसी के जरिये हमलावरों तक पहुंचा जा रहा है। घटना के संबंध में सुखदेवनगर थाना में दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इस मामले में 500 अज्ञात भी शामिल हैं। पुलिस ने फिलहाल शिक्षक निशांत यादव, राम सिंह और उसके परिवार के कई सदस्यों को हिरासत में ले रखा है। घटना में मुख्य भूमिका निभा रहे भैरो सिंह की खोज में ताबड़तोड़ छापामारी की जा रही है। सोमवार की घटना पर रांची के डीसी और एसएसपी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सुपुर्द कर दी है। यह प्रारंभिक रिपोर्ट है। दोनों अधिकारियों को कहा गया है कि घटना पर विस्तृत रिपोर्ट दें। बता दें कि सोमवार को ओरमांझी में एक युवती के साथ हुए बलात्कार के बाद हत्या के मामले में विरोध दर्ज कराने के लिए कुछ असामाजिक तत्वों ने सीएम के काफिले में शामिल वाहन को रोक दिया और उसमें तोड़-फोड़ कर दी गयी। इस घटना में गोंदा ट्रैफिक थाना के प्रभारी नवल किशोर घायल हो गये थे।
षडयंत्रकारियों पर होगी कार्रवाई : हेमंत सोरेन
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में कहा कि उन्हें सोमवार की घटना की जानकारी घर पहुंचने के बाद मिली। सीएम ने कहा कि प्रोजेक्ट भवन से वह खुद अपनी गाड़ी चलाकर आवास जा रहे थे। अचानक इनका काफिला दूसरे रास्ते में मोड़ दिया गया। घर पहुंचने पर उन्हें किशोरगंज की घटना की जानकारी दी गयी। सीएम ने कहा कि इस मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है। षडयंत्रकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। रांची छोटा शहर है। कानून दल और पार्टी देख कर काम नहीं करता है। हर गलत काम पर कार्रवाई करता है। इस मामले में भी कार्रवाई होगी। घात लगाकर बैठे लोगों का प्रयास सफल नहीं हो सका। उपद्रवी तत्वों के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई कर रहा है। सीएम ने कहा कि सरकार की किसी भी कार्रवाई को छिपाया नहीं जाता। सीएम ने कहा कि मुझे घटना की पूरी जानकारी सीएम आवास जाने के बाद ही हुई।
सीएम की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
सीएम की सुरक्षा पर इस घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं। मुख्यमंत्री का काफिला किशोरगंज के नजदीक पहुंच चुका था। बड़ी मुश्किल से काफिले को बड़ा तालाब के रास्ते सीएम हाउस तक पहुंचाया गया। सीएम के काफिले में सबसे आगे चल रहे वाहन को भीड़ ने घेर लिया, उसमें तोड़फोड़ कर दी। एक जवान को घायल कर दिया । भीड़ जमा होने की सूचना तुरंत कारकेड के अधिकारियों को मिल जानी चाहिए थी। किशोरगंज चौक पर काफी पहले से भीड़ थी, इसकी भी जानकारी प्रशासन को होनी चाहिए थी। यह सुरक्षा के लिहाज से सबसे बड़ी चूक है।
कहीं सुनियोजित साजिश तो नहीं थी
इस घटना के पीछे जिन लोगों के हाथ हैं, उसकी जानकारी हासिल की जा रही है। प्रशासन को शक है कि इस घटना को अंजाम देने के लिए कोई षडयंत्र रचा गया होगा। पुलिस इस मामले में सूचना एकत्र कर रही है।

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