दिल्ली पुलिस (Delhi police) ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के मामले में अब तक 22 प्राथमिकी दर्ज हो गई है। अधिकारियों ने यहां इसकी जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी जिले में तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी है। द्वारका में तीन तथा शाहदरा जिले में एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि और प्राथमिकी दर्ज होने के आसार हैं ।
- दिल्ली हिंसा को लेकर अब तक कुल 22 केस दर्ज, एफआईआर में कई किसान नेताओं का जिक्र
दिल्ली हिंसा को लेकर अब तक कुल 22 केस दर्ज, एफआईआर में कई किसान नेताओं का जिक्र
- पुलिस ने 200 उपद्रवियों को हिरासत में लिया, दंगा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप
पुलिस अवरोधक तोड़े गए
इससे पहले दिन में, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसानों ने पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया और पुलिस के साथ झड़प की, वाहनों में तोड़ फोड़ की और लाल किले पर धार्मिक झंडे फहरा दिये। पुलिस ने बयान जारी कर बताया कि इस हिंसा में पुलिस के 86 जवान हो गये हैं। हिंसा स्थल पर एक प्रदर्शनकारी का ट्रैक्टर पलट गया जिससे उसकी मौत हो गयी । बयान में कहा गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया था । प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के संबंध में मोर्चा के साथ दिल्ली पुलिस की कई दौर की बैठक हुयी थी।
6-7 हजार ट्रैक्टर हुए इक्ट्ठा
बयान के अनुसार मंगलवार को सुबह करीब 8:30 बजे छह हजार से सात हजार ट्रैक्टर सिंघू सीमा पर एकत्र हुए । पहले से निर्धारित रास्तों पर जाने के बदले उन्होंने मध्य दिल्ली की ओर जाने पर जोर दिया । बार बार आग्रह के बावजूद निहंगों की अगुवाई में किसानों ने पुलिस पर हमला किया और पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया । गाजीपुर एवं टीकरी सीमा से भी इसी तरह की घटना की खबरें हैं।