रांची। झारखंड पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान के तहत वर्ष 2022 से लेकर अबतक 997 आईईडी बरामद की है। साथ ही 186 हथियार बरामद किये गये हैं। इसमें 55 पुलिस के हथियार, 24 रेगुलर हथियार, 107 देशी हथियार, 16 हजार 848 गोलियां, 625.66 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और लेवी के 99941 लाख रुपये बरामद किये गये हैं।
आईजी अभियान एवी होमकर ने बुधवार को बताया कि इस दौरान कुल 419 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है। 22 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। पुलिस और सुरक्षाबलों ने इस दौरान कुल 22 सुरक्षा कैंप की स्थापना की है। उन्होंने बताया कि झारखंड में सुरक्षा कैम्पों को इन्टीग्रेटेड डेवलपमेंट सेन्टर (आई डीसी ) जन कल्याण केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह जिला प्रशासन, राज्य पुलिस और सीआरपीएफ की एक संयुक्त पहल है।
उन्होंने बताया कि माओवादियों के गढ़ कोल्हान सारंडा, ट्राई जंक्शन (खूंटी चाईबासा-सरायकेला सीमा), बूढ़ा पहाड़, चतरा-गया सीमा और पारसनाथ क्षेत्र में स्थापित संयुक्त सुरक्षा कैम्पों को इन्टीग्रेटेड डेवलपमेंट सेन्टर (आईडीसी) जन कल्याण केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिस पर कार्य चल रहा है।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन, खूंटी पुलिस और सीआरपीएफ 94 बटालियन के संयुक्त प्रयासों से नक्सल प्रभावित बीरबांकी क्षेत्र में जन कल्याण केंद्र चल रहा है। यहां पर एक राज्य पुलिस अधिकारी, सीआरपीएफ के एक अधिकारी , एक हेड कांस्टेबल, दो कांस्टेबल और जिला प्रशासन के पंचायत सेवक के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर काम कर रहे हैं। यहां पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने, मनरेगा के तहत मांग के लिए आवेदन लेने, विवाह पंजीकरण सहित अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इसी तरह माओवादियों के गढ़ में अन्य अग्रिम सुरक्षा कैम्पों को भी जन कल्याण केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।