कहा: आदिवासियों की पंरपरा से खिलवाड़ करने पर भुगतने होंगे गंभीर परिणाम
-सभा को किया संबोधित, भाजपा पर साधा निशाना
सुधीर सिन्हा
गिरिडीह। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की खातियानी जोहार यात्रा बुधवार को गिरिडीह पहुंची। स्थानीय झंडा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जहां भाजपा के खिलाफ हुंकार भरी, वहीं अधिकारियों को चेताया। मुख्यमंत्री हेमंत ने खुले मंच से गिरिडीह पुलिस और अर्धसैनिक बलों को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि तीर-धनुष और नगाड़ा आदिवासियों की पंरपरा है। राज्य में एक आदिवासी मुख्यमंत्री है। यह कतई बरर्दाश्त नहीं होगा कि आदिवासियों की पंरपरा से गिरिडीह पुलिस खिलवाड़ करे। अगर वह ऐसा करेगी, तो आनेवाले दिनों में गिरिडीह पुलिस को कड़े अंजाम भुगतने होंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री दो दिनों से गिरिडीह में हैं। इस दौरान उन्हें शिकायत मिली की स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल अब नक्सली के नाम पर आदिवासियों के घर घुस कर उनके तीर-धनुष और नगाड़ों को छीन ले रहे हैं। इस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर की। खातियानी जोहार यात्रा के खुले मंच से पुलिस को अल्टीमेटम दिया कि नक्सली है, तो उसे साबित करें और जेल भेजें। बेवजह किसी आदिवासी को परेशान नहीं करें। खास तौर पर पंरपरा के साथ खिलवाड़ बिल्कुल भी नहीं हो। मुख्यमंत्री ने नगर भवन में योजनाओं की समीक्षा भी की।
अधिकारियों-कर्मियों का वेतन काटा जायेगा:
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अधिकारी अभी भी उनकी सरकार को बेवकूफ बना रहे हैं। पंचायत से लेकर हर स्तर पर योजनाओं में गड़बड़ी है। कहीं किसी योजना में पारदर्शिता नहीं रखी जा रही है। ऐसे में सरकार ने अब तय है कि काम नहीं कर सिर्फ कागजों में उपलब्धि दिखानेवाले अधिकारियों और कर्मियों के वेतन में कटौती की जायेगी। चाहे वो आइएएस अधिकारी हो या उनसे छोटे स्तर के अधिकारी।
विपक्ष पर साधा निशाना:
मुख्यमंत्री ने केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि सम्मेद शिखर विवाद पैदा कर उनकी सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय की पहचान एक शांतिप्रिय समाज के रुप में है। उन्होंने कहा कि सम्मेद शिखर का विवाद खड़ा कर मोदी सरकार ने साजिश रची है। वैसे आदिवासी समाज भी जैन समाज के धर्म को मान्यता देता है, लेकिन पारसनाथ पहाड़ के लिए आदिवासी समुदाय के कई महापुरुष शहीद हुए हैं। संबोधन के क्रम में मुख्यमंत्री ने एक बार फिर उपस्थित जनसमूह को भरोसा दिलाते हुए कहा कि स्थानीयता के आधार पर अब हर विभागों में बहाली होगी। जबकि इसी के तहत राज्य के कारखानों में भी स्थानीय युवाओं को नौकरी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी, महंगाई सहित विभिन्न मुद्दो में आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा सबसे अधिक सत्ता पर रही है पर सिर्फ राज्य को लूटने का काम किया। विपक्षी दल आज समाज में जहर घोल रहे हैं।
कार्यक्रम में हुए शामिल:
कार्यक्रमों में श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, गांडेय विधायक सरफराज अहमद, पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा, निजामउद्दीन अंसारी, जिलाध्यक्ष संजय सिंह सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों को छोड़कर आये कई नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ झामुमो में शामिल हुए, जिनका मुख्यमंत्री ने माला पहनाकर स्वागत किया। श्रम मंत्री और विधायकों ने अपने संबोधन में सरकार के कामकाज का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों का जिक्र किया।