– पीड़ित परिवारों के सदस्यों को नौकरी के नियुक्ति पत्र व सहायता राशि भी देंगे

जम्मू । लोहड़ी पर्व पर राजौरी हमलों के पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए गृहमंत्री अमित शाह आ रहे हैं। गृहमंत्री पीड़ित परिवारों से मिलकर उनके दर्द को हल्का करने का प्रयास करेंगे। इस दौरान गृहमंत्री पीड़ित परिवारों के सदस्यों को नौकरी के नियुक्ति पत्र व सहायता राशि भी जारी करेंगे। गृहमंत्री राजौरी में उच्च स्तरीय बैठक कर जिले की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी करेंगे।

इससे पहले बुधवार को जम्मू व दिल्ली से आई उच्च अधिकारियों की टीमों ने डांगरी गांव का दौरा करके सुरक्षा व्यवस्था का निरिक्षण किया। गृहमंत्री के दौरे के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जा रहे हैं। जम्मू से लेकर पुंछ तक सुरक्षा का घेरा कड़ा कर दिया गया है और हर संदिग्ध पर नजर रखी जा रही है।

दरअसल, एक जनवरी की रात को राजौरी जिले के डांगरी गांवों में आतंकियों के हमले में चार लोगों की मौत हो गई थी और इस दौरान 10 लोग घायल हो गए। इसके बाद 24 घंटे के भीतर अगली सुबह आतंकी हमले में मारे गए एक दीपक कुमार के आंगन में एक आईईडी फटा, जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए। इसी बीच दो दिन पहले हमले में घायल और जेएमसी जम्मू में उपचाराधीन प्रिंस की मौत हो गई, जिससे इन हमलों में मरने वालों की संख्या सात हो गई।

इसी बीच केंद्र ने इन हमलों का कड़ा संज्ञान लेते हुए राजौरी व पुंछ में सीआरपीएफ की 18 कंपनियां भेजी हैं, जो सुरक्षा को मजबूत करने के साथ ही आतंकियों को मार गिराने के लिए अन्य सुरक्षा बलों की मदद करेंगी। दूसरी तरफ, आतंकी हमले वाले दिन से ही सेना, एसओजी, पुलिस, सेना के खोजी कुत्तों की टीम आतंकियों को मार गिराने के लिए अभियान चला रही है। इसमें हेलीकॉप्टर तथा ड्रोन की मदद भी ली जा रही है। अभी तक पुलिस ने 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की है।

अब प्रशासन की ओर से राजौरी व पुंछ जिलों के कई इलाकों में आम लोगों तथा पूर्व सैनिकों को हथियार व कारतूस दिए जा रहे हैं। इस दौरान सेना व सीआरपीएफ इन सभी को प्रशिक्षण दे रही है।

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