धरती आबा बिरसा मुंडा की धरती पर अमित शाह के कदम पड़ते ही मिशन 2024 की गूंज झारखंड की आबो-हवा में महसूस होेने लगी है। राज्य की सभी पार्टियां और नेता राजनीतिक मोड में आ चुके हैं। साल की शुरूआत में ही अमित शाह का झारखंड आना झारखंड भाजपा के नेताओं के लिए वेक अप अलार्म तो है ही, साथ ही इसे भाजपा का मास्टर स्ट्रोक भी कहा जा सकता है।
अमित शाह का आना और आनेवाले दिनों में भाजपा की राज्य में गतिविधियों पर नजर डालें तो इससे साफ पता चलता है कि भाजपा एक साथ दो लक्ष्य को भेदना चाहती है। पहले लक्ष्य में 2019 के लोकसभा चुनाव में हारी हुई झारखंड की दो सीटें सिंहभूम और राजमहल है, वहीं दूसरे लक्ष्य में सभी पांचों प्रमंडलों की कमजोर सीटें शामिल हैं। सिंहभूम सीट को कांग्रेस के पंजे से छीनने के लिए भाजपा ने चाइबासा में अपना कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चाइबास की धरती से राजनीतिक शंखनाद कर यहां के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश और ऊर्जा भरेंगे। वहीं दूसरी ओर पलामू प्रमंडल की दो लोकसभा सीटों पलामू और चतरा में गुटबाजी और असंतोष को खत्म करने के लिए पार्टी के प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी शनिवार से पलामू प्रमंडल में चार दिन के सांगठनिक प्रवास पर रहेंगे।
2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी आजसू का 12 सीटों पर कब्जा था। वहीं राजमहल सीट जेएमएम और चाइबासा सीट कांग्रेस के खाते में चली गयी थी। राजमहल झामुमो की सीटिंग सीट थी, लेकिन चाइबासा भाजपा की सीटिंग सीट थी। इस सीट को खोेने के बाद भाजपा की रणनीति पर कई सवाल खड़े हो गये हैं। इसलिए इस सीट को दोबारा वापस पाना भाजपा के लिए बेहद जरूरी हो गया है इसलिए भाजपा ने इसे पाने के लिए रणनीति के तहत काम भी शुरू कर दिया है। इसी के तहत अमित शाह की सभा सबसे पहले चाइबासा में हो रही है। उसके बाद संथाल परगना के राजमहल में ऐसी ही सभा करने की तैयारी है।
पलामू प्रमंडल में लोकसभा की दो सीटें पलामू और चतरा हैं। 2019 में यह भाजपा की सीटिंग सीट थी और दोनों पर भाजपा ने ही कब्जा जमाया था, लेकिन इस बार स्थितियां थोड़ी अलग हैं। इस बार वहां भाजपा के अंदर अपने स्थानीय नेताओं को लेकर असंतोष पनपने लगा है। शायद इसलिए प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी 7 से 10 जनवरी तक पलामू प्रमंडल में रहेंगे और यहां के नेताओं और पार्टी के कार्यकर्ताओं के मनोभाव को समझेंगे।