रांची। कैश कांड के मामले में आरोपित कांग्रेस विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी भी ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे। मंगलवार को विधायक के अधिवक्ता चंद्रभानु ईडी कार्यालय पहुंचे। अधिवक्ता ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि दो सप्ताह का समय ईडी से मांगा गया है। उन्होंने कहा कि विधायक रांची से बाहर है। उन्होंने कहा कि विधायक ईडी को पूरा सहयोग करेंगे। विधायक से जो भी सवाल पूछा जाएगा उनका जवाब दिया जाएगा

अनूप सिंह के बयान के क्रॉस वेरिफिकेशन के लिए ईडी ने विधायक को समन कर बुलाया था। इससे पूर्व 16 जनवरी को राजेश कश्यप को भी ईडी ने समन कर बुलाया था लेकिन वह भी दो सप्ताह का समय और बाहर होने का हवाला दिए थे। जबकि 13 जनवरी को कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी को ईडी ने समन कर पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने भी दो सप्ताह का समय ईडी से मांगा था।

उल्लेखनीय है कि ईडी ने सात जनवरी को कैश कांड में पूछताछ के लिए इरफान अंसारी को 13 जनवरी, कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप को 16 जनवरी और विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी को 17 जनवरी को रांची के क्षेत्रीय कार्यालय में बुलाया था। ईडी ने इस मामले में तीनों को मनी लांड्रिंग का आरोपी बनाया है। इस मामले में बेरमो विधायक अनूप सिंह उर्फ कुमार जयमंगल का बयान ईडी ने 24 दिसंबर को दर्ज कराया था। लगभग 10 घंटे तक ईडी ने सरकार के खिलाफ साजिश मामले में साक्ष्य अनूप सिंह से लिया था। बीते साल 30 जुलाई को हावड़ा में झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से 48 लाख रुपये बरामद हुए थे।

इस मामले में अनूप सिंह के बयान पर अरगोड़ा थाना में जीरो एफआईआर 31 जुलाई को दर्ज की गई थी। इसके बाद तीनों विधायकों को बंगाल पुलिस ने जेल भेज दिया था। बाद में तीनों को जमानत मिल गई। इसके बाद इस मामले में कोलकाता पुलिस की सीआईडी मामले की जांच कर रही थी। ईडी ने इस मामले में नौ नवंबर को ईसीआईआर दर्ज कर मनी लांड्रिंग के मामलों की जांच शुरू की है।

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