रांची। रांची के सांसद संजय सेठ ने जैन समाज के जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पारसनाथ को तीर्थ स्थल ही रहने देने की मांग की है। सांसद ने सोमवार को कहा परासनाथ जैन समुदाय के करोड़ों लोगों के आस्था का केंद्र रहा है, यहां दर्जनों जैन मुनियों तीर्थकारो ने तपस्या की और मोक्ष की प्राप्ति की है। श्री सम्मेद शिखरजी की पवित्रता को बनाए रखने के लिए झारखंड सरकार को अपना फैसला वापस लेना चाहिए। राज्य सरकार द्वारा पर्यटन क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद से ही जैन समाज में रोष है। पूरे देश भर के जैन समाज सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
सांसद ने कहा पारसनाथ मंदिर सहित जैन समाज की पूजा विधि बहुत ही स्वच्छ और पवित्रता पूर्ण तरीके से होती है। इनकी पूजा पद्धति को ध्यान में रखते हुए पर्यटन स्थल की घोषणा कहीं से भी उचित प्रतीत नहीं होता है। पर्यटन स्थल घोषित होने से यहां के पवित्रता एवं मंदिर की व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। राज्य सरकार जैन समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सम्मेद शिखरजी को धार्मिक स्थल ही रहने दे।