Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, December 20
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»‘वन नेशन वन लेजिस्लेटिव प्लेटफॉर्म’ के सपने को साकार किया जाएगा : ओम बिरला
    देश

    ‘वन नेशन वन लेजिस्लेटिव प्लेटफॉर्म’ के सपने को साकार किया जाएगा : ओम बिरला

    adminBy adminJanuary 28, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    मुंबई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को कहा कि आम नागरिकों को विधायिकाओं के साथ प्रभावी रूप से जोड़ने के उद्देश्य से ‘वन नेशन वन लेजिस्लेटिव प्लेटफॉर्म’ के सपने को साकार किया जाएगा।

    लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने रविवार को 84वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन (एआईपीओसी) को वीडियो के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र जनता के विश्वास और भरोसे पर चलता है, इसलिए यह लोकतांत्रिक संस्थाओं की जिम्मेदारी है कि वे अपनी कार्यशैली में आवश्यक बदलाव लाएं। यदि आवश्यक हो तो नियमों में संशोधन भी करें, ताकि इन संस्थाओं में जनता का विश्वास बढ़े। विधायी निकायों की सर्वोत्तम प्रथाओं का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने केंद्र, राज्य और जमीनी स्तर की लोकतांत्रिक संस्थाओं के बीच संवाद स्थापित करने के सुझाव की सराहना की।

    विधानमंडलों को अधिक प्रभावी और कुशल बनाने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर देते हुए ओम बिरला ने कहा कि लोक सभा को एक मॉडल आईटी नीति बनाने और उन्हें राज्य विधायी निकायों के साथ साझा करने के लिए कुछ राज्य विधानमंडलों से सुझाव मिले हैं। इन सुझावों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। अपने वीडियो संबोधन में विधानमंडलों को पेपरलेस बनाने के संबंध में ओम बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि हमें जल्द से जल्द प्रौद्योगिकी में दक्षता हासिल करनी चाहिए।

    ओम बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि विधानमंडलों में बहस अधिक और व्यवधान कम होना चाहिए। विधानमंडलों को अधिक उत्पादकता के साथ कार्य करते हुए लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर गुणात्मक चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने पीठासीन अधिकारियों से ऐसी कार्ययोजना और रणनीति बनाने का आग्रह किया जिससे विधानमंडलों का समय बर्बाद न हो और सदन के समय का उपयोग जनता के कल्याण के लिए वाद-विवाद और चर्चा में किया जा सके। जबरन और नियोजित स्थगन की घटनाएं और व्यवधानों के कारण संसद के समय की हानि लोकतंत्र के सभी हितधारकों के लिए चिंता का विषय है। ऐसी घटनाओं से सदन की गरिमा कम होती है और जनता के बीच नकारात्मक छवि बनती है।

    ओम बिरला ने यह भी बताया कि दल-बदल विरोधी कानून की समीक्षा के लिए महाराष्ट्र विधान सभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाएगी। समिति प्रणाली को मजबूत करने के दूसरी एजेंडा मद का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि संसदीय समितियां संसदीय प्रक्रियाओं की जीवनधारा हैं और उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाकर, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे प्रभावी शासन और कार्यपालिका की निगरानी के लिए शक्तिशाली साधन बनें।

    इस अवसर पर उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़, महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश, महाराष्ट्र विधान सभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩवीस, महाराष्ट्र विधान सभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, महाराष्ट्र विधान परिषद की उप सभापति डॉ. नीलम गोरहे उपस्थित थीं।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleनीतीश कुमार के राजद से अलग होने का अंदाजा पहले से ही था : बाबूलाल मरांडी
    Next Article बदलता भारत-बढ़ता भारत का मासिक रिपोर्ट कार्ड है प्रधानमंत्री के मन की बात : बाबूलाल मरांडी
    admin

      Related Posts

      नागपुर में भीषण हादसा: सोलर प्लांट में पानी का टैंक फटने से 3 मजदूरों की मौत, कई घायल

      December 19, 2025

      कांग्रेस का सरकार पर हमला, प्रदूषण पर सच छिपाने का लगाया आरोप

      December 19, 2025

      इतिहास के पन्नों में 19 दिसंबर : काकोरी कांड के अमर शहीदों का बलिदान दिवस

      December 18, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • जमशेदपुर में उपायुक्त कार्यालय के पास चोरी की वारदात, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
      • रामगढ़ में हाथियों का तांडव: NH-33 पर थमी रफ्तार, गजराज के खौफ से घंटों सहमे रहे मुसाफिर
      • Test post title
      • Test post title
      • Test post title
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version