मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को सोमवार को मेल से भेजे गए अपने पत्र में राजनीतिक षडयंत्र के तहत कार्रवाई करने और अपने अधिकारों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
आज रांची लौट रहे हैं हेमंत सोरेन, ईडी की कार्रवाई पर कहा- सात घंटे की पूछताछ में पहले ही दे चुका हूं जवाब
रांची के जमीन घोटाला मामले में पूछताछ को लेकर सोमवार को ईडी के अधिकारी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पहुंच गए। हालांकि हेमंत सोरेन आवास पर नहीं मिले। ईडी की टीम वहां 13 घंटे तक डटी रही हेमंत का इंतजार करती रही। इसके बाद वहां के ड्राइवर व अन्य स्टाफ को लेकर ईडी के अधिकारी उन्हें ढूंढने दिल्ली में एक-दो संभावित स्थानों पर भी पह राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी को सोमवार को मेल से भेजे गए अपने पत्र में राजनीतिक षडयंत्र के तहत कार्रवाई करने और अपने अधिकारों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री ने ईडी को लिखा है कि 20 जनवरी को सात घंटे की पूछताछ में आपने किसी प्रकार की कोई पूछताछ नहीं की, जो मेरे विरुद्ध ईसीआइआर-आरएनजेड 025/2023 में रजिस्टर्ड किया गया है।
सिर्फ अनुमान के आधार पर गलत तरीके से रांची के बड़गाईं क्षेत्र की जमीन को लेकर सवाल किए गए, जिसका दूर-दूर तक उनसे कोई संबंध नहीं है। ईडी के सवालों और पूछताछ का कोई आधार नहीं है।
राजनीतिक एजेंडा के तहत हो रही कार्रवाई: सीएम
ईडी के सहायक निदेशक को संबोधित करते हुए सीएम ने लिखा है कि आप यह जानते हैं कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र होना है और इसके अलावा कई प्रकार की व्यस्तता रहती हैं। इस परिस्थिति में आपका आगे का बयान दर्ज करने का दबाव 31 जनवरी तक है।
यह राजनीतिक एजेंडा के तहत की गई कार्रवाई प्रतीत होती है। इसके जरिये ईडी राज्य सरकार के कामकाज को प्रभावित करना चाहती है और जनता द्वारा निर्वाचित सरकार को उसके दायित्वों से विमुख करना चाहती है। सीएम ने आगे लिखा है कि ईडी 31 जनवरी को दोपहर एक बजे उनके आवास पर उनका बयान दर्ज करने के लिए आ सकती है।
सारे सवालों का दिया तो है जवाब: सीएम सोरेन
स्वयं पर लगाए गए आरोपों के संबंध में सीएम ने लिखा है कि 20 जनवरी को सात घंटे की पूछताछ में उनसे 17-18 प्रश्न पूछे गए थे। सभी का जवाब उन्होंने दे दिया। जो भी सवाल पूछे गए उनमें से अधिसंख्य उनके द्वारा चुनाव के समय सौंपे गए शपथपत्र में दी गई जानकारी से संबंधित थे।